नकली दवा मामला : कच्चे माल के सप्लायर के करीब पहुंची जांच, जल्द होगी गिरफ्तारी

Saturday, Dec 03, 2022 - 11:23 PM (IST)

सोलन (नरेश पाल): बद्दी में हाल ही में ही पकड़े गए नकली दवाओं के मामले में जांच अब कच्चे माल (एपीआई) के सप्लायर तक पहुंच सकती है। इस मामले में अब जल्द गिरफ्तारी हो सकती है। मामले की जांच कर रहा ड्रग विभाग खुलासा नहीं कर रहा है लेकिन जांच में कई अहम सुराग हाथ लगे हैं। यही नहीं, इस मामले में नकली दवा बनाने वाले उद्योग को पैकेजिंग मैटीरियल की आपूर्ति करने वालों पर शिकंजा करने की तैयारी हो गई है। नामी दवा कंपनियों के नाम पर दवाओं के प्रिंट पैकेजिंग मैटीरियल की आपूर्ति कहां से और किसने की है। नकली दवाओं का यह मामला काफी बड़ा है। इसमें पैकेजिंग मैटीरियल तैयार करने वाला कोई उद्योग भी जुड़ा है। अब यह मैटीरियल प्रदेश में ही तैयार करवाया जा रहा था या फिर राज्य से बाहर से मंगवाया जा रहा है, जांच में इसका खुलासा होने की भी उम्मीद है। 

9 दिसम्बर तक ज्यूडीशियल हिरासत में भेजे आरोपी
नकली दवा मामले के मुख्य आरोपी को कोर्ट ने 9 दिसम्बर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। नकली दवा गिरोह के सरगना मोहित बंसल को राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण की टीम ने शनिवार को नालागढ़ कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 6 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इस मामले में गिरफ्तार अन्य आरोपी भी 9 दिसम्बर तक न्यायिक हिरासत में हैं। प्राधिकरण की टीम अब 9 दिसम्बर को इन चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश करेगी।

सप्लायर के न पकड़े जाने पर भी सवाल
बद्दी में नकली दवाओं के मामले में कच्चे माल (एपीआई) सप्लायर का अभी तक सुराग नहीं मिलने से कई सवाल खड़े हो रहे थे। भले ही इस मामले में नकली दवा कारोबार के सरगना मोहित बंसल सहित 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हो लेकिन इन दवाओं के निर्माण के लिए एपीआई (एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रीडिएंट) की आपूर्ति कहीं से हुई, इसे लेकर अभी तक सस्पैंंस बना हुआ है। 

अब जांच में आगे
नामी कंपनियों के नाम पर बनाई इन दवाओं बारे अब जांच में देखा जा रहा है कि इन दवाओं पर कंपनी के लेबल कहां प्रिंट करवाए गए थे। पीवीसी स्ट्रीप, एल्यूनियम फॉइल व मोनो कार्टन इत्यादि मैटिरियल कहां से लिया गया। इस सबकी जांच की जा रही है। 

ये पकड़ी थीं नकली दवाइयां
ड्रग विभाग व पुलिस की टीम ने 22 नवम्बर को औद्योगिक क्षेत्र बद्दी में पकड़ी गई नकली दवाइयों में सिपला की मोनटेर-10 ( गले का इन्फैक्शन), इपका की जेरोडोल टीएच 4 (पेन किलर) और यूएसवी प्राइवेट लिमिटेड की रोझडे 10 (हार्ट की दवा) इत्यादि की बड़ी खेप बरामद हुई थी। ड्रग विभाग व पुलिस ने इस कंपनी का दूसरा गोदाम भी पकड़ा। जहां से इस छापेमारी में अनपैक्ड लूज टैबलेट टेलमिसार्टन 13.14 किलो बरामद हुई। इस दवा का इस्तेमाल बीपी के लिए होता है। इसके अलावा 17.9 किलो कैल्शियम कार्बोनेट की भी बरामदगी हुई। बीपी में इस्तेमाल होने वाली एमलोडिपाइन व टेलमिसार्टन की बिलयर्ड टैबलेट के अलावा टेलिमिसार्टन का 5.86 किलो मिश्रित पाऊडर भी मिला था। 

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Content Writer

Vijay