नशा उत्पादकों के खिलाफ मणिकर्ण पंचायत की अनोखी मुहिम

Wednesday, May 09, 2018 - 11:04 AM (IST)

कुल्लू (शम्भू प्रकाश): किसी कार्य को धरातल पर उतारने के लिए या किसी बुराई के खिलाफ कड़ा कदम उठाने के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति की जरूरत होती है। पार्वती घाटी की मणिकर्ण पंचायत ने भी ऐसा ही कुछ कर दिखाया है। काले सोने के नाम से विख्यात चरस उत्पादन के लिए कुल्लू जिला कलंकित होने से चिंतित पंचायत ने अनोखी पहल के जरिए चरस उत्पादन पर नकेल कसी है। पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि सभी पंचायतों को ऐसा करना चाहिए जिससे नशे के खिलाफ छिड़ी मुहिम को और बल मिलेगा। 


पंचायत ने प्रस्ताव पारित कर निर्णय लिया है कि जंगल में या किसी अन्य वन भूमि पर यदि कोई नेपाली या कोई अन्य कामगार भांग की बिजाई के लिए खुदाई करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ पुलिस के पास मामला दर्ज करवाया जाएगा। मणिकर्ण के प्रधान देवानंद ने बताया कि वन विभाग का इस मुहिम में बेहतरीन सहयोग मिल रहा है लेकिन पुलिस महकमा सहयोग नहीं कर रहा है। अधिकारियों से भी पंचायत प्रतिनिधि मिलेंगे और सहयोग मांगेंगे। वन कर्मियों को साथ लेकर कुछ दिनों से पंचायत प्रतिनिधि जंगलों में जा रहे हैं। इससे अब तक कई कामगारों को निकाला है और उनके अस्थायी खोखों को भी खाली करवा दिया है। वन विभाग ने इस मुहिम में पंचायत प्रतिनिधियों के साथ आधा दर्जन वन कर्मी तैनात किए थे। 


अचानक बढ़ी नेपालियों की संख्या
पिछले कुछ दिनों से बगीचों, गृह निर्माण व अन्य कार्यों में मजदूरी के लिए लोगों को नेपाली व अन्य कामगार नहीं मिल रहे थे। पंचायत ने इसके पीछे की मुख्य वजह को भांप लिया। सभी नेपाली और कामगार जंगलों में भांग बिजाई के कार्य में लगकर 1,000 रुपए तक दिहाड़ी प्राप्त कर रहे थे। जब उन्होंने इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ मुहिम शुरू की तो जंगलों से नेपाली और अन्य कामगार मणिकर्ण, कसोल, जरी व अन्य आसपास के इलाकों में उतर गए हैं और एकाएक इनकी संख्या बढ़ गई है। 


पुलिस का नकारात्मक रवैया ठीक नहीं
पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा कि पुलिस विभाग का भांग बिजाई के खिलाफ नकारात्मक रवैया ठीक नहीं है। भांग बिजाई का काम बंद हो जाएगा तो कई पुलिस कर्मियों की कमाई भी बंद हो जाएगी। इसलिए वह भांग बिजाई के खिलाफ छिड़ी मुहिम में सहयोग करने से पीछे हट रही है। हालांकि पंचायत प्रतिनिधियों ने कुल्लू की एस.पी. शालिनी अग्निहोत्री द्वारा नशे के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम की तारीफ की। युवाओं और महिलाओं को भी नशे के खिलाफ मुहिम में पुलिस द्वारा शामिल किए जाने की तारीफ की। उन्होंने कहा कि थानों-चौकियों का स्टाफ नशे के खिलाफ पंचायतों द्वारा छेड़ी गई मुहिम में भी साथ दे।


 

Ekta