सरकार से मिले सम्मान पर अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों खड़े किए सवाल, जानिए क्यों

Saturday, Feb 24, 2018 - 02:00 AM (IST)

सुंदरनगर: गोल्ड मैडल जीतकर लाने वाली पहाड़ की बेटियों ने प्रदेश सरकार द्वारा खिलाड़ियों को दिए जाने वाले सम्मान को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रदेश की अंतर्राष्ट्रीय हैंडबाल खिलाड़ियों ने सरकार पर अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा है कि राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण, रजत व कांस्य पदक जीत कर हिमाचल का रोशन करने के बावजूद सम्मान स्वरूप दिए जाने वाली राशि हरियाणा के मुकाबले ऊंट के मुंह में मात्र जीरा है। 

हैंडबाल के खिलाड़ियों के लिए मात्र 3 कोच
सुंदरनगर में राज्य हैंडबाल प्रतियोगिता के दौरान भारतीय सब सीनियर हैंडबाल की कैप्टन रही मोनिका पाल, निधि शर्मा, बबिता ठाकुर, दीक्षा ठाकुर, ज्योति व शिवानी की टीम ने कहा कि अगर सुविधाएं प्रदान की जाएं तो और भी मैडल देश में आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्रतिभाओं को आगे लाने के लिए सरकार को नियमों में सुधार करना होगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा हैंडबाल के खिलाड़ियों के लिए 250 कोच व अन्य सुविधाओं सहित प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है जबकि प्रदेश में प्रतिभाओं को निखारने के लिए मात्र 3 कोच रखे गए हैं। 

13 टूर्नामैंटों में जीते हैं 18 मैडल  
बता दें कि इन खिलाडिय़ों ने देश के लिए विभिन्न 13 टूर्नामैंटों में गोल्ड मैडल सहित 18 मैडल अर्जित किए हैं। हिमाचल में कोच तो दूर खिलाड़ी को मात्र 20 हजार की राशि दी जाती है, जो अब सम्मान से कहीं अधिक तिरस्कार जैसा लगता है। 

पर्याप्त फंड का अभाव और कोच की कमी 
हिमाचल प्रदेश हैंडबाल संघ के सी.ई.ओ. डा. प्रवेश शर्मा ने बताया कि हिमाचल में हैंडबाल गेम के लिए पर्याप्त फंड का अभाव और कोच की कमी है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेल में गोल्ड मैडल विजेता को भी मात्र 20 हजार का ईनाम मिलता है, जबकि हरियाणा में 3 से 5 लाख की राशि भेंट कर सम्मानित किया जाता है।