धारा-118 मामले में 2 कारोबारियों पर कसा शिकंजा, विजीलैंस मुख्यालय में हुई पूछताछ

Friday, Oct 05, 2018 - 10:42 PM (IST)

शिमला (राक्टा): धारा-118 की मंजूरी दिलवाने की एवज में कथित तौर पर अवैध वसूली  किए जाने से जुड़े मामले में विजीलैंस ने शुक्रवार को 2 कारोबारियों से पूछताछ की। ये दोनों कारोबारी परवाणु और शिमला के बताए जा रहे हैं। इसके साथ ही पटियाला के एक कारोबारी से बीते दिन पूछताछ किए जाने की सूचना है। पूछताछ की यह प्रक्रिया खलीनी स्थित विजीलैंस मुख्यालय में अमल में लाई गई। सूत्रों की मानें तो मामले से जुड़े कारोबारियों के बयान दर्ज करने के बाद अब जांच एजैंसी टीम उनके वॉयस सैंपल लेने की तैयारी में है। इस मामले में राज्य चुनाव आयुक्त पी. मित्रा से भी जांच एजैंसी 2 बार पूछताछ कर चुकी है। इसके साथ ही उनके पॉलीग्राफ और वॉयस सैंपल लिए जाने के लिए विजीलैंस कोर्ट में अर्जी भी दे चुकी है जिस पर अब 10 अक्तूबर को सुनवाई होनी है।

लेने-देन से साफ मुकर गए कारोबारी
सूत्रों के अनुसार पी. मित्रा ने विजीलैंस पूछताछ में स्पष्ट किया है कि वह धारा-118 से जुड़े केसों की मात्र फाइलें फॉरवर्ड करने का काम करते थे और फैसला लेने व अनुमति देने में उनका कोई हाथ नहीं है। इसके साथ ही सूत्रों के अनुसार मामले से जुड़े कारोबारी भी पूछताछ में किसी भी तरह के लेने-देन से साफ मुकर गए हैं, ऐसे में जांच एजैंसी हर पहलू को गंभीरता से खंगालते हुए जांच आगे बढ़ा रही है। इस मामले में कानूनी पेचीदगियों को देखते हुए विधि विशेषज्ञों की राय भी ले रही है। हालांकि मामले की जांच चली होने के चलते विभागीय अधिकारी अभी कुछ भी कहने से कतरा रहे हैं।

क्या है मामला
स्टेट विजीलैंस को वर्ष 2010 में एक शिकायत मिली थी। इसके तहत आरोप लगाया गया था कि बाहरी लोगों को धारा-118 के तहत मंजूरी देने के लिए यहां घूसखोरी का खेल चला हुआ है। ऐसे में जांच एजैंसी ने अपना जाल बिछाया और इसी कड़ी में कुछ लोगों की बातचीत रिकॉर्ड हुई। यह रिकॉॄडग विजीलैंस के पास मौजूद है। सूत्रों के अनुसार यह मामला परवाणु और पंचकूला के करीब आधा दर्जन से अधिक कारोबारियों से संबंधित है।

Vijay