मनोहर समर्थकों ने लगाए सत्ती मुर्दाबाद के नारे, नहीं लड़ेंगे आजाद चुनाव

Monday, Oct 23, 2017 - 11:12 PM (IST)

इंदौरा : इंदौरा में डैमेज कंट्रोल करने आए भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती को मनोहर समर्थकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। मनोहर धीमान इंदौरा से निवर्तमान निर्दलीय विधायक हैं और इस बार भाजपा से टिकट के दावेदार थे। उन्हें टिकट न दिए जाने पर उनके समर्थकों ने उन्हें पुन: आजाद चुनाव लड़ाना चाहा। आज वो नामांकन भरने वाले थे लेकिन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती ने उन्हें पार्टी हित में नामांकन न करने के लिए राजी किया। इस पर कुछ समर्थक आवेश में आ गए और सतपाल सत्ती मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। जिन्हें मनोहर धीमान ने समझा बुझाकर शांत किया। जबकि कुछ कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी व प्रत्याशी कमल किशोर के नारे भी लगाए। सत्ती ने कहा कि मनोहर व उनके समर्थकों को पार्टी में सम्मानजनक स्थान मिलेगा।

भाजपा ने किया डैमेज कंट्रोल
भाजपा में पिछले कई दिनों से चल रहे गतिरोध पर विराम लग गया या यूं कहें कि यहां भाजपा ने डैमेज कंट्रोल कर लिया है। पार्टी विचारधारा और पार्टी हित के लिए यहां भाजपा के मिशन 50 प्लस को सफल बनाने हेतु भाजपा के 3 गुट एक हो गए। कई दिनों से यहां से पूर्व में 4 बार विधायक रहे स्वर्गीय देस राज के बेटे निर्मल प्रसाद और निवर्तमान निर्दलीय विधायक मनोहर धीमान को टिकट न मिलने के चलते आजाद चुनाव लडऩे की अटकलें चल रही थीं लेकिन आज पहले तो निर्मल प्रसाद व भाजपा प्रत्याशी रीता धीमान मतभेदों को मिटाकर राजनीतिक पटल पर एक हुए। यहां उन्हें मनाने में प्रदेशाध्यक्ष भाजपा सतपाल सत्ती, पूर्व विधायक नूरपुर राकेश पठानिया, पूर्व जिलाध्यक्ष रणजीत पठानिया, मंडलाध्यक्ष घनश्याम संबयाल व पूर्व में कांगड़ा, चंबा भाजपा मीडिया प्रभारी गौरव शर्मा की मुख्य भूमिका रही तो वहीं हाई कमान के बड़े नेताओं ने भी फ ोन पर निर्मल प्रसाद से बात की। इस अवसर पर भाजपा प्रत्याशी रीता धीमान ने कहा कि जो भी उनके दरमियान मतभेद थे वे अब दूर हो गए हैं और कांग्रेस को हराने के लिए हम एक हुए हैं। निर्मल प्रसाद ने कहा कि भाजपा के मिशन 50 प्लस यज्ञ को सफ ल बनाने के लिए मैने आहुति दी है।

मनोहर धीमान ने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों सहित एक विशाल जनसभा की
वहीं दूसरी ओर आज लक्ष्मी पैलेस इंदौरा में मनोहर धीमान ने अपने सैंकड़ों कार्यकर्ताओं व जनप्रतिनिधियों सहित एक विशाल जनसभा की जिसमें सतपाल सत्ती भी शामिल हुए। इस अवसर पर सतपाल सत्ती ने मनोहर धीमान व उनके उपस्थित कार्यकर्ताओं से भाजपा को वोट व सपोर्ट करने की अपील की तथा आजाद चुनाव न लडऩे के लिए राजी किया। हालांकि समर्थक पहले तो मनोहर धीमान को आजाद चुनाव लड़ाने पर अड़े रहे लेकिन बाद में वे मान गए। हालांकि इस अवसर पर सत्ती ने कहा कि जो भी कार्यकर्ता पार्टी के आग्रह पर बगावत करने की अपेक्षा पार्टी को सपोर्ट करने के लिए कुर्बानी दे रहे हैं उनकी कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी और पार्टी में इन्हें पहले से अधिक सम्मान मिलेगा। उन्होंने आश्वस्त किया कि भाजपा की सरकार बनते ही ऐसे निष्ठावान कार्यकर्ताओं को सम्मानजनक स्थान मिलेगा। इस दौरान मनोहर धीमान व उनकी पत्नी अनीता धीमान ने कहा कि वे पार्टी हित में अपना नामांकन नहीं करेंगे। उन्होंने नामांकन फ ाइल सत्ती को सौंपी।

मेरे भाई साथ हैं तो जीत की चिंता नहीं
वहीं रीता धीमान ने कहा कि निर्मल प्रसाद या मनोहर धीमान के साथ मेरे कोई निजि मतभेद नहीं थे। निर्मल छोटा भाई तो मनोहर धीमान बड़े भाई की तरह हैं मैं उक्त दोनों की आभारी हूँ जो उन्होंने इतना बड़ा निर्णय लिया। उन्होंने कहा कि भाजपा पूर्णत: एकजुट है और अब तो मेरे भाई साथ हैं तो मुझे जीत की कोई चिंता नहींए अब तो बस जनता का आशीर्वाद चाहिए।

भीतरघात का भी है डर
वहीं जैसे ही मनोहर धीमान ने नामांकन फ ाइल सत्ती को सौंपी, कई कार्यकर्ता आवेश में आ गए। यहां तक कि कुछ कार्यकर्ताओं ने राकेश पठानिया के समक्ष ही कांग्रेस व कांग्रेस जिंदाबाद व कांग्रेस प्रत्याशी के नारे लगाने शुरू कर दिए, ऐसे में भाजपा को भीतर घात का अवश्य डर रहेगा। देखना यह होगा कि कहीं पूर्व की तरह ही यहां पार्टी से उक्त गुटों द्वारा कोई भीतर घात तो नहीं करेगा।

ज़ार ज़ार रोए मनोहर
उक्त सभा में उपस्थित मनोहर समर्थक मनोहर धीमान को चुनाव लड़ाने पर अड़े थे तो सतपाल सत्ती व हाई कमान को जवाब न दे सके। वहीं पार्टी निष्ठा के सवाल पर मनोहर धीमान बेबस हो गए लेकिन अपने भावों को रोक न पाए और मंच पर ही ज़ार ज़ार रोए। उनके कई समर्थक भी चुनाव न लडऩे के फैसले पर रोते हुए दिखे।