संचारी रोगों की रोकथाम के क्षेत्र में भारत ने की काफी प्रगति : जे.पी. नड्डा

Thursday, Oct 25, 2018 - 08:57 PM (IST)

बिलासपुर: भारत ने मातृत्व व शिशु स्वास्थ्य तथा संचारी रोगों की रोकथाम के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। इसका श्रेय स्वास्थ्य प्रणालियों को सुदृढ़ बनाने पर निरंतर ध्यान देने व समुचित निवेश को जाता है। अस्ताना-कजाकिस्तान में ‘प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल और सतत् विकास लक्ष्यों’ के संदर्भ में आयोजित दूसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि सामाजिक और पर्यावरण संबंधी मानक हासिल करने में बहु-क्षेत्रीय कार्रवाई महत्वपूर्ण है। केंद्र सरकार ने पोषण, पेयजल, स्वच्छता, शिक्षा, ग्रामीण और शहरी विकास विभागों जैसे क्षेत्रों के बीच सांझा लक्ष्य हासिल करने के लिए प्रचालनगत कार्य नीतियां विकसित की हैं। 

आयुष्मान भारत के 2 घटक 
उन्होंने कहा कि भारत ने प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं को पुरस्कृत करने और उनकी पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने बताया कि सरकार ने हाल ही में आयुष्मान भारत कार्यक्रम लॉन्च किया है। यह कार्यक्रम आकार और दायरे में व्यापक है। आयुष्मान भारत के 2 घटक हैं। पहला सार्वभौमिक प्राथमिक देखभाल के लिए 1 लाख 50 हजार स्वास्थ्य आरोग्य केंद्रों की स्थापना करना तथा दूसरा प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना। आयुष्मान भारत कार्यक्रम आबादी के लगभग 40 प्रतिशत हिस्से के लिए द्वितीयक और तृतीयक स्वास्थ्य देखभाल आवश्यकताओं को पूरा करेगा। 

3 सामान्य एप्लीकेशन का हो रहा उपयोग 
उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय आकार और विविधता को ध्यान में रखते हुए अभी 3 सामान्य एप्लीकेशन का उपयोग कर रहा है। ये एप्लीकेशन हैं प्रजनन शिशु स्वास्थ्य के लिए एप, गैर-संक्रमणकारी बीमारियों के लिए एप तथा एक टी.बी. रोग की एप। उन्होंने बताया कि आगे चलकर अंतर-संचालन योग्य व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल एप्लीकेशन को अपनाएंगे।

ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली के तहत जोड़े जाएंगे अस्पताल
उन्होंने बताया कि ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली के तहत ऑनलाइन पंजीकरण और समय प्राप्ति के लिए विभिन्न अस्पतालों को जोड़ा जाएगा। इसके अलावा ऑनलाइन जांच रिपोर्ट और खून की उपलब्धता के विषय में जानकारी भी ऑनलाइन प्राप्त होगी। नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार ने वर्ष 2020 तक हर जिला में इलैक्ट्रॉनिक डाटाबेस स्थापित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है ताकि कागज आधारित डाटा संकलन, दस्तावेज और उनके रखरखाव का भार कम हो सके।

Vijay