हिमाचल में यहां से चीन को घेरने की तैयारी कर रहा भारत, सर्वे शुरू

Wednesday, May 24, 2017 - 11:19 PM (IST)

कुल्लू: भारत सरकार अब रेल लाइन के जरिए भी चीन को घेरने की तैयारी में है। लेह तक रेलवे ट्रैक बिछाने के लिए सर्वेक्षण शुरू हो गया है। रेल मंत्रालय ने कुल्लू में इसके सर्वे के लिए काम शुरू कर दिया है। इसके लिए इन दिनों रेल मंत्रालय की टीम कुल्लू में डटी हुई है। वन विभाग से टीम ने नक्शा मांगा है। फोरैस्ट क्लीयरैंस के लिए टीम वन भूमि को चिन्हित कर रही है। कितनी वन भूमि इस लाइन की जद में आएगी और कितनी निजी भूमि अधिगृहीत करनी पड़ेगी, इस पर सर्वे चल रहा है। रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले पर्यावरण मंत्रालय के समक्ष फोरैस्ट क्लीयरैंस के लिए आवेदन करना पड़ा। 

कुल्लू तक कैसे पहुंचेगी रेल लाइन, नहीं हुआ खुलासा
हालांकि इतने बड़े प्रोजैक्ट को फोरैस्ट क्लीयरैंस मिलने में देर नहीं लगेगी लेकिन निजी भूमि को अधिगृहीत करने की प्रक्रिया कुछ वक्त ले सकती है। भूभू जोत टनल के जरिए कुल्लू तक रेल लाइन पहुंचेगी या अन्य कोई रूट इसके लिए तय होगा, इसका अभी टीम ने खुलासा नहीं किया। कुल्लू में सर्वे कर रही टीम सर्वे रिपोर्ट तैयार कर इसे रेल मंत्रालय को सौंपेगी। पड़ोसी देश चीन ने भारत की सीमा तक सड़कें, रेल लाइन तैयार करने के साथ-साथ हवाई पट्टी भी तैयार कर रखी है, ऐसे में भारत इस बिंदु पर स्वयं को पिछड़ा देख लेह तक रेल पहुंचाने के लिए कसरत कर रहा है। 

सड़क के लिए सेना पहले ही कर चुकी है सर्वे
पिन पार्वती, स्पीति होते हुए चीन सीमा तक सड़क बनाने के लिए भी सेना पहले ही सर्वे कर चुकी है। इस दायरे में सड़क तैयार करने के लिए सैन्य अधिकारी एन.एच.ए.आई. के अधिकारियों से चर्चा भी कर चुके हैं। मौजूदा दौर में रोहतांग होते हुए लेह, लद्दाख की ओर निकलने के लिए एक ही सड़क है। पिन पार्वती होते हुए दूसरी सड़क से सेना को भी सीमा तक पहुंचने में आसानी होगी। अब रेल लाइन को लेकर भी कसरत शुरू हो गई। अब तक यह रेल लाइन मात्र घोषणाओं और बातों तक सीमित रही लेकिन अब धरातल पर कार्य शुरू होने से इसके जल्द तैयार होने की उम्मीद है।