बढ़े किराए पर छलका लोगों का दर्द, सरकार से फैसले को रद्द करने की मांग

Sunday, Sep 30, 2018 - 04:29 PM (IST)

शिमला (योगराज शर्मा): प्रदेश सरकार द्वारा न्यूनतम किराया 6 रुपए और आम किराए में 24% वृद्धि करने से शिमला के लोगों का दर्द छलक कर सामने आया है। लोग खासे आक्रोश में है। लोग पहले से ही महंगाई के बोझ में जी रहे हैं वहीं अब बसों में भी सफर महंगा होने से लोग दोगुना बोझ में जीने को मजबूर हो गए हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार के इस फैसले की कड़ी आलोचना की है। लोगों ने सरकार से अधिकारियों और मंत्रियों की फिजूलखर्ची पर लगाम लगा कर आम आदमी के हित में फैसले लेने की मांग की है।

शनिवार शाम से बस किरायों में हुई वृद्धि ने प्रदेश के लोगों की कमर तोड़ कर रख दी है।पेट्रोल और डीजल की कीमतें रोजाना बढ़ने से जहां आम आदमी का गाड़ी में सफर करना मुश्किल हो गया, वहीं अब हिमाचल में बसों के किराए में 24% वृद्धि होने से आम आदमी की परेशानी दोगुनी कर दी है। शिमला के लोगों ने बताया कि किराया बढ़ने के बाद निजी बसों परिचालकों की मनमानी भी शुरू कर दी है। शिमला में यात्रियों से 6 रुपए खुले न होने पर निजी बसों में कंडक्टर ने 10 लेना शुरू कर दिया है। लोगों ने सरकार के इस फैसले पर फिर से विचार करने की मांग की है।

Ekta