महिलाओं पर घरेलू हिंसा के मामलों में हुई वृद्धि, आंकड़े कर देंगे हैरान

Thursday, Jun 07, 2018 - 12:06 AM (IST)

बिलासपुर: बिलासपुर जिला में महिलाओं पर हो रही घरेलू हिंसा के मामले कम होने के स्थान पर बढ़ते ही जा रहे हैं। भले ही समाज में महिलाओं को पुरुषों के मुकाबले समानता का दर्जा दिया गया हो और महिलाओं की सुरक्षा के लिए नित नए नियम भी बनाए जा रहे हों लेकिन हकीकत में महिलाओं पर हो रही घरेलू हिंसा कम नहीं हो रही है। अगर आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो जिला में यह आंकड़ा 2015-16 में कुल 114 था जबकि 2016-17 में यही आंकड़ा 79 था जबकि 2017-18 में यह आंकड़ा 209 हो गया है।


घुमारवीं में 92 मामले दर्ज
यदि जमीनी स्तर पर देखा जाए तो 2015 में सबसे अधिक 74 मामले झंडूता क्षेत्र में दर्ज किए गए हैं। घुमारवीं में यह आंकड़ा 24 है जबकि बिलासपुर में यह कुल 16 है। वर्ष 2016-17 में भी झंडूता सबसे ऊपर के स्थान पर है। झंडूता क्षेत्र में 64 मामले, घुमारवीं में शून्य जबकि बिलासपुर 15 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं वर्ष 2017-18 में झंडूता में 73 मामले और घुमारवीं में 92 मामले दर्ज किए गए हैं।


आज भी नहीं बदल रही लोगों की धारणा
भले ही समाज पढ़-लिख कर समझदार हो गया है लेकिन महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। महिलाओं को समान दर्जा देने के लिए सरकार की ओर से कई योजनाएं शुरू की गई हैं, वहीं महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए भी सरकार द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं  लेकिन आम लोगों की धारणा आज भी नहीं बदल रही है। उधर, महिला एवं बाल विकास अधिकारी अंजू बाला का कहना है कि वर्ष 2017-18 में अन्य वर्ष के मुकाबले महिलाओं के ऊपर घरेलू हिंसा की अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं।

Vijay