कोरोना की संभावित तीसरी लहर में टांडा सुपर स्पैशलिएटी ब्लॉक पर न पड़े असर, विभाग ने तैयार किया प्लान

punjabkesari.in Sunday, Aug 29, 2021 - 11:27 AM (IST)

धर्मशाला (तनुज) : कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने अस्पतालों में बिस्तरों सहित ऑक्सीजन सप्लाई की पूरी व्यवस्था तैयार की है। बिस्तरों पर सीधे तथा सिलेंडरों के माध्यम से ऑक्सीजन मरीजों तक पहुंचाने के लिए भी रूपरेखा तैयार की है। इतना ही नहीं यदि कोरोना की तीसरी लहर आती है तो डाॅ. राजेंद्र प्रसाद मेडिकल काॅलेज एवं अस्पताल टांडा के सुपर स्पैशलिएटी ब्लॉक में दी जाने वाली सुविधाओं पर असर न पड़े, इसको भी विशेष ध्यान रखा जा रहा है। हालांकि मरीजों की संख्या ज्यादा बढ़ती है और निर्धारित अस्पतालों में चिन्हित बैड कम पड़ते हैं तो अंतिम विकल्प के तौर पर ही इस सुपर स्पैशलिएटी ब्लॉक को कोरोना मरीजों के लिए रिजर्व किया जाएगा। जिला में दूसरी लहर के दौरान सरकारी व निजी अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए 350 बिस्तर की व्यवस्था थी।

अब विभाग ने यह संख्या दोगुना कर दी है। इसके अलावा राधास्वामी सत्संग भवन परौर में प्रशासन ने 250 बिस्तर का मेकशिफ्ट अस्पताल बनाया है। हालांकि अभी अधिकतर अस्पतालों के कोविड वार्ड बंद हैं, लेकिन स्थितियां खराब होती हैं तो उन्हें दोबारा शुरू कर दिया जाएगा। बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो चिन्हित अस्पतालों में रिजर्व रखे बैड में ही बच्चों के लिए भी वार्ड की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा विभाग द्वारा अब आक्सीजन की उपलब्धता बढ़ा ली है। अब जोनल अस्पताल धर्मशाला में प्रति मिनट 800 लीटर आक्सीजन तैयार होगी। अस्पताल में 500 व 300 लीटर प्रति मिनट (एल.पी.एम.) के 2 आॅक्सीजन प्लांट स्थापित कर दिए हैं। इससे पहले अस्पताल में 300 एल.पी.एम. का प्रेशर सिं्वग एडजर्पशन (पी.एस.ए.) प्लांट थे। इसके साथ ही आॅक्सीजन सिलेंडर भरने के लिए अब मंडी, नगरी या डमटाल जाने की जरूरत नहीं होगी।

अतिरिक्त ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदे

स्वास्थ्य विभाग ने हर बिस्तर में आॅक्सीजन की व्यवस्था की है। इसके अलावा एहतियात के तौर पर 45 किलोग्राम वाले 200 अतिरिक्त आॅक्सीजन सिलेंडर खरीदे हैं। विभाग ने 150 सिलेंडर जिला आपदा प्रबंधन फंड से खरीदे हैं। विभाग के पास पहले केवल 700 आॅक्सीजन सिलेंडर थे, लेकिन अब 2317 हो गए हैं। इनमें से 1529 सिलेंडर टाइप डी (47 किलो), 757 टाइप बी (15 किलो) व 131 टाइप ए (14 किलो) के हैं। इसके अलावा आॅक्सीजन उत्पादन के लिए जोनल अस्पताल धर्मशाला में 2 पी.एस.ए. प्लांट तथा टी.एम.सी. में पी.एस.ए. प्लांट, मेनीफाल्ड और लिक्विड प्लांट हैं। सिविल अस्पताल नूरपुर में भी 500 एल.पी.एम. का प्लांट स्थापित कर दिया है। जवाली, देहरा व पालमपुर के लिए प्लांट स्वीकृत हो गए हैं।

पी.एच.सी. व हेल्थ सब सेटर तक पहुंचाए आॅक्सीजन कंसंट्रेटर
स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ सब सेंटरों में भी आॅक्सीजन कंसंट्रेटर पहुंचा दिए हैं, जिससे कि एंबुलेंस आने तक मरीज को आॅक्सीजन उपलब्ध करवाई जा सके। पोर्टेबल आॅक्सीजन सिलेंडर एवं कंसंट्रेटर 2.7 किलो, 3.4 किलो या 4.9 किलो के होते हैं। इनसे दो घंटा चार मिनट, तीन घंटा 27 मिनट, पांच घंटा 41 मिनट तक मरीज को ऑक्सीजन दी जा सकती है।

अस्पतालों में बिस्तर व आई.सी.यू. की यह है स्थिति

अस्पताल                         बिस्तर        आइसीयू

जोनल अस्पताल धर्मशाला    175          0
टांडा कोविड सेंटर              108        60
वीएमआइ पालमपुर              25           0
सिटी केयर गगल                  50           0
बालाजी कांगड़ा                    28           0
सिटी अस्पताल मटौर             25           0
सूर्या अस्पताल                      24           0
फोर्टिस अस्पताल कांगड़ा       40           0
एम.सी. पठानकोट                50           5
सी.एच.सी. नूरपुर                  50           0
आर.ए.एच. पपरोला             100           0
सी.एच.सी. पालमपुर            100           0
सी.एच.सी. देहरा                   50           0

क्या कहते हैं सी.एम.ओ.

सीएमओ कांगड़ा डाॅ. गुरदर्शन गुप्ता ने बताया कि जिला में कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए विभाग ने तैयारी की है। अस्पतालों में कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की संख्या बढ़ोतरी की गई है। इस बार टी.एम.सी. के सुपर स्पैशलिएटी ब्लॉक को अंतिम विकल्प के तौर पर रखा गया है। मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होने तथा बिस्तरों की कमी होने पर ही सुपर स्पैशलिएटी ब्लॉक में कोरोना मरीजों को भर्ती किया जाएगा।


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Content Writer

prashant sharma

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