जिला पुस्तकालय में न बैठने की जगह, न पीने को पानी

Saturday, Oct 06, 2018 - 01:38 PM (IST)

 

धर्मशाला : जिला मुख्यालय धर्मशाला स्थित पुस्तकालय में बैठने, पीने के पानी और शौचालय की समस्या जस की तस बनी हुई है। जिला पुस्तकालय धर्मशाला में पाठकों को यह समस्याएं आज से नहीं बल्कि लंबे समय से आ रही हैं लेकिन अभी तक इसका कोई हल नहीं निकल पाया है। पुस्तकालय में पढ़ने आने वाले पाठक आए दिन कभी डी.सी. कांगड़ा या एस.डी.एम. धर्मशाला के पास अपनी समस्याओं को लेकर जाते रहते हैं, परंतु आश्वासनों के अलावा उन्हें कुछ नहीं मिलता।

जानकारी के अनुसार जिला पुस्तकालय धर्मशाला अलग-अलग जिलों से लगभग 600 के करीब पाठक पढऩे आते हैं, लेकिन पुस्तकालय में बैठने की पर्याप्त जगह न होने के कारण पुस्तकालय में केवल 400 के करीब ही छात्र बैठ पाते हैं। इतना ही नहीं पाठक सुबह 7 बजे ही पुस्तकालय के बाहर लाइनों में खड़े हो जाते हैं ताकि उन्हें पढ़ने के लिए जगह मिल सके। समय पर न आने वाले छात्रों को जगह की कमी के चलते पुस्तकालय के बाहर बैठकर पढ़ना पड़ता है।

ये हैं पाठकों की समस्याएं
कांगड़ा के रहने वाले सचिन बताते हैं कि वह धर्मशाला में किराए के कमरे में रहते हैं, ताकि समय पर पुस्तकालय पहुंच सकें। वह बताते हैं कि जिला पुस्तकालय जिला कांगड़ा का एकमात्र पुस्तकालय है लेकिन पुस्तकालय परिसर के अंदर व बाहर शौचालय की आने वाली गंदी बदबू के कारण उठना-बैठना मुश्किल हो गया है। इतना ही नहीं शौचालय की बदबू जब कमरे में पढ़ने बैठते हैं वहां पर भी आती रहती है।

सिरमौर से जिला पुस्तकालय धर्मशाला पढ़ने आए राकेश बताते हैं कि पुस्तकालय में पढ़ने के लिए 3 शिफ्टें लगती हैं, एक सुबह 8 से लेकर 12 बजे तक, दूसरी 12 से 5 बजे तक और तीसरी 5 से 8 बजे तक। तीनों शिफ्टों में हमें पीने के लिए पानी नसीब नहीं होता। कुछ छात्र तो अपने साथ पानी लेकर आते हैं लेकिन कुछ छात्रों को पढ़ाई से आधा घंटा खत्म कर पानी लाना पड़ता है। मंडी से आए लाभ सिंह बताते हैं कि जिला पुस्तकालय में आए दिन समस्याओं को लेकर डी.सी. कांगड़ा व एस.डी. कार्यालय के चक्कर काटते ही समय बीत जाता है। जिला पुस्तकालय में सभी छात्र मूलभूत सुविधाओं से लंबे समय से वंचित हैं जोकि अभी तक भी पूरी नहीं हो पाई हैं। 

kirti