भगवान रघुनाथ की नगरी में जमकर उड़ा गुलाल, जोश में नाचे लोग
punjabkesari.in Sunday, Mar 12, 2017 - 09:37 PM (IST)

कुल्लू: रघुनाथ की नगरी में अयोध्या की तर्ज पर होली का त्यौहार बड़ी श्रद्धा और हर्षोल्लास से मनाया गया। कुल्लू में होली का संबंध सीधे तौर पर फाग से है। फाग के अनुसार ही कुल्लू में होली मनाई गई। इस मौके पर मैं कैसे होली खेलूं सांवरिया जी के संग-संग, आगे रे आगे राम चलत है, रंग बरसे ओ रंग बरसे भीगे चुनर वाली रंग बरसे जैसे गीतों पर गली-मोहल्लों में जमकर डांस हुआ जिसमें महिलाओं ने जमकर होली का आनंद उठाया। खासकर बच्चों में होली को लेकर काफी जोश रहा। सुबह से ही बच्चे रंगों और पिचकारियों के साथ घरों से बाहर निकल गए और एक-दूसरे पर पानी की बौछार करने में जुट गए। कुछ तो घरों की छत से आने-जाने वालों पर पिचकारी से रंग फैंकते रहे।
भगवान रघुनाथ जी के साथ खेली होली
प्राचीन परम्परा को संजोए रखने में अखाड़ा बाजार सरवरी, सुल्तानपुर के लोगों ने अहम भागीदारी निभाते हुए कुल्लवी वाद्ययंत्रों के साथ शहर की परिक्रमा की। होली के अवसर पर जगह-जगह लोगों द्वारा खान-पान की व्यवस्था की गई थी और घर में आए मेहमानों के समक्ष शराब भी परोसी गई। उसके बाद सैंकड़ों की संख्या में होली खेल रहे लोगों ने भगवान रघुनाथ जी के मंदिर पहुंच कर भगवान रघुनाथ जी के साथ होली खेली। इस मौके पर सैंकड़ों लोगों ने रूपी पैलेस पहुंच कर रघुनाथ जी के प्रथम सेवक महेश्वर सिंह और राज परिवार के साथ होली खेली।
तेज रफ्तार से सड़कों पर वाहन दौड़ाते रहे युवा
होली का त्यौहार मनाने में हर वर्ग आगे रहा लेकिन होली में युवाओं का अंदाज अलग रहा। युवा अपने दोपहिया वाहनों पर सवार होकर तेज रफ्तार से सड़कों पर अपने वाहन दौड़ाते रहे। उन्हें इस बात का खौफ नहीं था कि इस तरह की लापरवाही भरी ड्राइविंग जानलेवा भी साबित हो सकती है। अधिकतर युवा नशे में धुत्त थे। वहीं शहर में पुलिस टीम लगातार गश्त करती रही। कहीं कोई गड़बड़ी न हो या कोई दंगा फसाद न हो इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किए गए थे।