1990 में मैंने उठाई थी वन रैंक वन पैंशन की मांग : धूमल

Tuesday, May 07, 2019 - 10:25 AM (IST)

बंगाणा (ब्यूरो): पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि बतौर सांसद मैंने पहली बार 1990 में वन रैंक वन पैंशन की आवाज उठाई थी। उस वक्त लोग इसे असंभव मानते थे। उन्होंने कहा कि 2014 में भाजपा ने वन रैंक वन पैंशन को अपने घोषणा पत्र में डाला। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने वन रैंक वन पैंशन को लागू किया है जिससे भूतपूर्व सैनिकों को फायदा हुआ है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार के राज में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र को 7 बड़े प्रोजैक्ट मिलना बड़ी उपलब्धि रही है। 

यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद और अनुराग के प्रयासों से संभव हुआ है। सोमवार को धूमल कुटलैहड़ हलके में चुनावी सभाओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि देश के झगड़े की जड़ कश्मीर से धारा 370 को खत्म किया जाएगा परंतु इसके लिए मोदी का फिर से प्रधानमंत्री बनना जरूरी है। उन्होंने कहा कि 60 साल से अधिक आयु के किसानों, मजदूरों और छोटे दुकानदारों को सत्ता में आने पर मोदी सरकार 3,000 रुपए की पैंशन देगी। उन्होंने कहा कि हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में रेलवे नैटवर्क का विस्तार हुआ है और ऊना से 8 ट्रेनें चल रही हैं। दौलतपुर चौक तक रेल पहुंच गई है। ऊना से हमीरपुर के मध्य भी रेल लाइन का सर्वेक्षण हो चुका है।

Ekta