हिमाचल में बन रही दवाओं की गुणवत्ता में सुधार, सिर्फ एक ही दवा का सैंपल फेल

Thursday, Aug 08, 2019 - 10:22 AM (IST)

सोलन (पाल): हिमाचल में बन रही दवाओं की गुणवत्ता में सुधार हुआ है। इसी का ही परिणाम है कि केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रक संगठन (सी.डी.एस.सी.ओ.) द्वारा इस माह के जारी किए गए ड्रग अलर्ट में प्रदेश में बन रही एक ही दवा का सैंपल फेल हुआ है जबकि देश में 18 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। पिछले कई वर्षों में यह पहला मौका है कि प्रदेश में बन रही दवाओं का केवल एक ही सैंपल फेल हुआ है। कुछ समय पूर्व तक देश में कुल जितनी दवाओं के सैंपल फेल होते थे, उसमें हर तीसरी दवा हिमाचल की होती थी। 

सी.डी.एस.सी.ओ. के अनुसार हरियाणा, महाराष्ट्र, उत्तराखंड व कर्नाटक की 3-3, पंजाब 2, मध्यप्रदेश 2, राजस्थान व हिमाचल की एक-एक दवा का सैंपल फेल हुआ है। सी.डी.एस.सी.ओ. ने पूरे प्रदेश में 988 दवाओं के सैंपल लिए थे जिसमें से 970 दवाओं के सैंपल पास हुए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं उनमें पेट के कीड़े, गैस, एंटीबायोटिक, दर्द, बी.पी., मिर्गी, विटामिन व कैल्शियम की दवाएं प्रमुख हैं। प्रदेश की ए.एन.जी. लाइफ साइंस किशनपुरा बद्दी जिला सोलन की सैफोटाक्सिम का बैच नम्बर बी 028004 ए का सैंपल फेल हुआ है।
 

Ekta