प्रशासन के नाक तले नदी-नालों को किया जा रहा अवैध खनन से छलनी

Monday, Nov 11, 2019 - 03:51 PM (IST)

कुल्लू(दिलीप): जिला मुख्यालय के साथ लगघाटी में अवैध खनन पूरे जोरों शोरों स चल रहा हैं और टीपर भरकर कुल्लू शहर को सप्लाई किए जा रहे है। प्रशासन व संम्बधित विभाग मूक दर्शक बनकर बैठे है। वहीं नदी-नाले अवैध खनन से छलनी हो गए हैं। हर दिन शहर की ओर टीपर भर-भर कुल्लू के बड़े-बड़े शाहुकारों को पत्थर सप्लाई किए जा रहे। इन्हें रोकने वाला कोई नहीं हैं। लगघाटी के भुटटी चैक और शीशा माटी में ट्रैफिक पुलिस के सामने से खनन माफिया निधड़क हो गुजर जाते है।

लोगों का कहना है कि खनन माफिया पत्थर का अवैध खनन कर नदी-नालों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। साथ ही इससे सरकार को राजस्व का नुकसान भी हो रहा है। प्रशासन व पुलिस विभाग की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि खनन की वजह से प्राकृति को दैवीय खनिज की क्षति हो रही है। इस खनन का प्रभाव हमारे पर्यावरण पर प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष दोनों ही रूप से पढ़ रहा है। इस पर्यावरण में रहने की वजह से इसका असर मानव जीवन पर भी पड़ रहा है, लेकिन कोई भी इस ओर गंभीर समस्या की ओर ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके परिणाम आने वाले समय में भयंकर हो सकता है।

नदियों व तालाबों से खनन करके लाई गई रेत या बालू का परिवहन खुले वाहनों में किया जाता है। जो हवा के साथ उड़कर पर्यावरण को दूषित करती है। सरकार द्वारा भले ही अवैध खनन पर रोक लगा दिया गया है लेकिन यहां पर आज भी यह खेल जारी है। शाम होते ही अवैध खनन का धंधा शुरू हो जाता है। सड़कों पर रात भरट्रैक्टर-ट्रॉली पत्थर भरकर दौड़नी शुरु कर देती है। यह कारोबार खूब फल फूल रह है। अच्छी इनकम होने के कारण खनन माफिया इस धंधे को छोड़ने को तैयार नहीं है। वन विभाग के डीएफओ डाॅ निरज चढ्ढा ने बताया कि विभाग के कर्मचारी को निदेश दिये हैं कि इन खनन माफियों को पकड़ जाए और इन पर सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाए।

kirti