IIT मंडी के नितेश का कमाल, दिव्यांगता को पछाड़ कर विश्व भर में बनाया नाम

Sunday, May 06, 2018 - 01:24 PM (IST)

मंडी (नीरज): बुलंदियों पर पहुंचना हो तो शारीरिक अक्षमता बाधा नहीं बन सकती। इस बात को साबित कर दिखाया है आईआईटी मंडी के स्टूडेंट नितेश कुमार ने। शारीरिक अक्षमता होने के बावजूद भी नितेश आज वर्ल्ड पैरा बैडमिंटन की रैंकिंग में 10वें पायदान पर पहुंच गया है। अब इसका लक्ष्य वर्ल्ड चैंपियनशिप और पैरा ओलंपिक जीतने का है। जानकारी के मुताबिक 2009 में एक सड़क दुर्घटना के बाद नितेश की टांग में गंभीर चोट लगी और वह शारीरिक रूप से अक्षम हो गया। लेकिन उसने इसी को अपनी कामयाबी का जरिया बना लिया। मूलतः हरियाणा के चरखी दादरी के रहने वाले 23 वर्षीय नितेश ने कभी बैडमिंटन शौकिया तौर पर खेला था। 


आईआईटी मंडी में उसे इसकी प्रॉपर कोचिंग मिली। यहां से उसका मनोबल बढ़ा और फिर नितेश ने पिछे मुड़कर नहीं देखा। सबसे पहले स्टेट लेबल में बाजी मारी और फिर नैशनल लेबल में वर्ल्ड पैरा बैडमिंटन की थर्ड रैंकिंग वाले मनोज सरकार को हराकर ब्रांज मेडल जीता। इसके बाद इंटरनेशनल के लिए क्वालिफाई किया और 2016 में पहली बार इंडोनेशिया ओपन खेला और क्वार्टर फाइनल तक पहुंचा। इसी साल चाईना में एशियन चैंपियनशिप खेली और क्वार्टर फाइनल तक पहुंचा।


2017 में भारत में हुई ऑल इंडिया नेशनल के सिंगल में सिल्वर और डबल में ब्रांज मेडल जीता। जून 2017 को आयरलैंड ओपन खेला और गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इसके बाद नेशनल सिंगल और डबल में ब्रांज मेडल जीता। इस साल दुबई इंटरनेशनल खेला और सिंगल के प्री क्वार्टर तक जबकि डबल में सिल्वर मेडल हासिल किया। इसके बाद युगांडा इंटरनैशनल के सिंगल में सिल्वर और डबल में ब्रांज मेडल का खिताब अपने नाम किया। अब नितेश 8 से 13 मई तक टर्की इंटरनेशनल में भाग लेने के लिए जा रहा है। अभी वह वर्ल्ड पैरा बैडमिंटन की 10वीं रैंकिंग पर है और अब उसका लक्ष्य एशियन पैरागेम्स तक टॉप 3 रैंकिंग तक पहुंचने का है। नितेश अगले वर्ष होने वाले पैरा वर्ल्ड चैंपियनशिप और 2020 में होने वाले पैरा ओलंपिक को अपना मुख्य लक्ष्य मानकर तैयारी कर रहा है।


सोच संस्था के अध्यक्ष राजा सिंह मल्होत्रा ने बताया कि संस्था ऐसे खिलाड़ियों की मदद के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने बताया कि संस्था के माध्यम से नितेश को जो भी सहायता दी गई। उसके सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि नितेश जिस मुकाम तक पहुंचना चाहता है, वहां पर जरूर पहुंचेगा और संस्था इसमें उसकी हरसंभव मदद करेगी। वह पहले अपने टॉप थ्री की वर्ल्ड रैंकिंग में स्थान हासिल करने के सपने को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।  

Ekta