IIT से हुआ गोलमाल का खुलासा, 80 दिनों बाद मीडिया के सामने आए डायरेक्टर

Wednesday, Aug 08, 2018 - 05:05 PM (IST)

मंडी (नीरज): आईआईटी मंडी में चल रहे गोलमाल पर खुलासे होने के 80 दिनों बाद संस्थान के डायरेक्टर टीमोथी ए.गोंजाल्विस मीडिया कर्मियों के सामने आए और इस विषय पर अपनी बात रखी। हालांकि प्रेस वार्ता संस्थान की गतिविधियों की जानकारी देने के लिए आयोजित की गई थी लेकिन पत्रकारों के तीखे सवालों का भी डायरेक्टर साहब को सामना करना पड़ा। जब पत्रकारों ने आईआईटी में चल रहे गोलमाल और प्रबंधन पर लग रहे भाई-भतीजावाद के आरोपों को लेकर पूछा तो डायरेक्टर साहब ने अपनी बात रखी। प्रो. गोंजाल्विस ने कहा कि जो आरोप संस्थान के कर्मचारी और एक अधिकारी ने लगाए हैं उनकी जांच की जा रही है। 


उन्होंने कहा कि यदि जांच के दौरान कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी। वहीं उन्होंने कार्रवाही की रिपोर्ट को मीडिया कर्मियों के साथ शेयर करने की बात भी कही, लेकिन सिर्फ उन्हीं बातों को शेयर किया जाएगा जिन्हें शेयर किया जा सकता है। बाकी बातों को ’कांफिडेंशियल’ का हवाला देकर शेयर नहीं किया जाएगा। वहीं जब प्रो. गोंजाल्विस से यह पूछा गया कि क्या आप किसी स्वतंत्र ऐजैंसी से जांच करवाएंगे तो उन्होंने इस बात का दरकिनार कर दिया। उन्होंने कहा कि संस्थान अपने स्तर पर जांच करता है और सीवीसी तथा कैग जैसी संस्थाएं भी यहां जांच कर रही हैं, ऐसे में किसी स्वतंत्र ऐजैंसी से जांच की जरूरत नहीं। 

उन्होंने कहा कि यदि संस्थान को किसी जांच ऐजैंसी की जरूरत पड़ेगी तो ही उन्हें इसके लिए कहा जाएगा और आईआईटी का नियम भी यही कहता है। गोंजाल्विस के अनुसार सांसद राम स्वरूप शर्मा द्वारा संसद में इस विषय को उठाने के बाद इसका जबाव दे दिया गया है और संस्थान में पूरी पारदर्शिता के साथ काम किया जा रहा है। बता दें कि 21 मई 2018 को संस्थान के आईआईटी मंडी के जूनियर असिस्टेंट सुजीत स्वामी ने आरटीआई के तहत जुटाई जानकारियों को मीडिया कर्मियों के साथ शेयर करके इस बात का खुलासा किया था कि किस तरह से संस्थान में भाई-भतीजावाद चल रहा है और चहेतों को रेवडि़यां बांटकर गोलमाल किया जा रहा है। 

इसके बाद संस्थान के ही एक अधिकारी देवांग नाईक ने भी संस्थान पर ऐसे ही आरोप लगाए थे। देवांग नाईक तो संस्थान छोड़कर चले गए हैं लेकिन सुजीत स्वामी के खिलाफ संस्थान ने इस बात को लेकर कार्रवाही शुरू कर दी है कि वह संस्थान की बातों को लेकर मीडिया में क्यों गए। बहरहाल अब जांच रिपोर्ट के आने का इंतजार रहेगा और उससे पता चलेगा कि संस्थान खुद पर लगे आरोपों की जांच कितनी चतुराई से करता है।

Ekta