आई.जी.एम.सी. में मिनरल वाटर पर लगी रोक, पढ़ें क्यों

Tuesday, Oct 16, 2018 - 09:26 AM (IST)

 

शिमला : आई.जी.एम.सी. में अब मिनरल वाटर की बोतलों की बिक्री पर रोक लगा दी गई है। प्रशासन ने कैंटीन संचालक व दुकानदारों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे अब मिनरल वाटर को न बेचें। प्रशासन का कहना है कि मिनरल वाटर का जो स्टॉक बचा हुआ है, उसे बेचकर दोबारा से स्टॉक न मंगवाए। अगर दोबारा स्टॉक मंगवाया गया तो प्रशासन सख्त कार्रवाई करेगा। आई.जी.एम.सी. में 4 दिन पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने वाटर ए.टी.एम. का उद्घाटन किया है, ऐसे में मरीज व तीमारदरों को वाटर ए.टी.एम. के माध्यम से स्वच्छ जल मिल रहा है। प्रशासन ने अस्पताल के सभी लोगों से आग्रह किया है कि वे वाटर ए.टी.एम. का इस्तेमाल करें। प्रशासन ने यह भी आग्रह किया है कि अगर यह वाटर ए.टी.एम. ठीक चलता है तो अन्य ए.टी.एम. भी मरीजों की सुविधा के लिए आई.जी.एम.सी. में स्थापित किए जाएंगे। प्रशासन का कहना है कि मरीजों के हितों में यह निर्णय लिया गया है। वाटर ए.टी.एम. भी पैसे निकालने वाले ए.टी.एम. मशीन की तरह हैं।

आई.जी.एम.सी. प्रशासन अस्पताल को प्लास्टिक फ्री बनाने में जुटा हुआ है। प्रशासन का कहना है कि अब मरीजों को साफ पानी अस्पताल में वाटर ए.टी.एम. में मुहैया करवाया गया है। मरीजों व तीमारदारों को बाहर से पानी खरीदने की कोई जरूरत नहीं है। अगर मरीज वाटर ए.टी.एम. से साफ पानी खरीदता है तो उनके पैसे भी बच जाएंगे। 

kirti