बेटे के इलाज कोदर-दर भटक रहा 82 वर्षीय बाप, दो वक्त की रोटी को मोहताज हुआ परिवार

Thursday, Nov 21, 2019 - 12:48 PM (IST)

घुमारवीं (ब्यूरो): घुमारवीं नगर परिषद के वार्ड नं.-5 बजोहा के रहने वाले प्रभु राम शर्मा का पुत्र रमेश कुमार लगभग एक साल से बीमार चला हुआ है। रमेश कुमार की किडनियां खराब हैं तथा 6 दिसम्बर, 2018 को शिमला के आई.जी.एम.सी. अस्पताल में एक किडनी को आप्रेशन कर निकाल दिया गया था तो परिवार वालों ने सोचा कि एक किडनी के सहारे ही रमेश कुमार अपने जीवन को जी लेगा पर विधाता को कुछ और ही मंजूर था। अब उसकी दूसरी किडनी भी खराब होने की कगार पर है।

प्रभु राम शर्मा बी.पी.एल. परिवार से संबंध रखते हैं तथा उनका बेटा ट्रैक्टर चालक का कार्य करता था तथा सब कुछ सामान्य रूप से चला आ रहा था पर लगभग एक साल पहले रमेश कुमार के पेट में दर्द हुआ तो डाक्टरों ने शीघ्र शिमला ले जाने की बात कही। परिवार वाले शिमला ले गए तो वहां पर डाक्टरों ने बताया कि किडनी खराब है तथा आप्रेशन करना पड़ेगा। परिवार वाले गरीब थे तथा हालत बेहद नाजुक थी व घर के इकलौते बेटे के लिए पिता ने जमीन बेचकर आप्रेशन का खर्च वहन किया। आप्रेशन के बाद परिवार वालों ने सोचा भी नहीं था कि दुख का पहाड़ दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जाएगा और न जाने कैसे दिन देखने पड़ेंगे। एक साल से हो रहे दवाइयों के खर्च को सहन करना परिवार वालों के लिए दिन-प्रतिदिन मुश्किल हो रहा है।

बेटा बिस्तर पर पड़ा है तथा पिता 82 साल की उम्र में दिहाड़ी लगाकर परिवार को दो वक्त की रोटी जुटा रहा है व दवाइयों के लिए पैसों को लेकर दर-दर भटक रहा है और बेटे की दूसरी किडनी भी खराब हो रही है। प्रभु राम शर्मा ने सरकार और लोगों से गुहार लगाई है कि थोड़ी-थोड़ी मदद करके उसके बेटे की जिंदगी बचाई जाए। बीमार बेटे की 4 बेटियां हैं तथा एक बेटा और परिवार में कमाने वाला 82 साल का बाप ही है जिसे परिवार और दवाइयों का खर्चा करना मुश्किल हो रहा है।
 

kirti