काश समय पर कृषि कानून वापिस लेते तो किसान भाइयों की न होती शहादतः अभिषेक राणा

Friday, Nov 19, 2021 - 03:07 PM (IST)

हमीरपुर : केंद्र सरकार द्वारा कृषि कानून वापस लिए जाने पर हिमाचल प्रदेश सोशल मीडिया के अध्यक्ष व प्रवक्ता अभिषेक राणा ने खुशी जताई और कहा कि आज न्याय की जीत हुई, अन्याय की हार हुई। अहंकार को संघर्ष ने हरा दिया। यह इतिहास के सबसे बड़े आंदोलनों में से एक है जिसकी वजह से आज कृषि के काले कानून केंद्र सरकार को वापस लेने पड़े। राणा ने कहा कि हम इन बिलों के वापसी के फैसले का स्वागत करते हैं और सभी किसान भाइयों को बधाई देते हैं कि उनका संघर्ष आज जीत गया। लेकिन कहीं न कहीं यह दुख भी है कि यदि केंद्र सरकार इन बिलों को पहले ही वापस ले लेती तो आज किसान भाई शहीद न होते। कितने ही किसान इस आंदोलन में मृत्यु को प्राप्त हुए। उपचुनावों में हुई लगातार करारी हार के बाद और 1 साल से देश की जनता द्वारा आक्रोश दिखाने के बाद यह संभव हो पाया कि केंद्र सरकार को अपना सिर झुकाना ही पड़ा। यह भाजपा सरकार के लिए एक कड़ा संदेश है कि इस देश में तानाशाही नहीं चलेगी। यह जवान किसान और मजदूर का देश है यहां पर अन्याय नहीं चलेगा।
 

Content Writer

prashant sharma