महल नाग देवता मंदिर से सैंकड़ों साल पुरानी मूर्ति चोरी

Sunday, Apr 07, 2019 - 07:25 PM (IST)

तीसा: उपमंडल चुराह की गुईला पंचायत में सैंकड़ों साल पुरानी महल नाग देवता की मूर्ति चोरी हो गई। क्षेत्र के लोग महल नाग देवता को आराध्य देव मानते हैं। मूर्ति चोरी होने के बाद क्षेत्र के लोगों में काफी रोष है। जानकारी के अनुसार रविवार सुबह स्थानीय लोग जब नाग महल देवता की पूजा-अर्चना करने मंदिर गए तो महल नाग की मूर्ति गायब देखकर हैरान रह गए। उन्होंने मूर्ति को आसपास खोजा लेकिन प्राचीन मूर्ति कहीं नहीं मिली। इसके बाद पुलिस थाना तीसा को घटना की जानकारी दी।

एस.डी.पी.ओ. सलूणी ने लिया घटनास्थल का जायजा

जानकारी मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और स्थानीय लोगों से पूछताछ की लेकिन मूर्ति चोरी के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ  मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। वहीं जानकरी मिलते ही एस.डी.पी.ओ. सलूणी रामकरण राणा भी घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने मंदिर व मंदिर के आसपास छानबीन की। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि जल्द मूर्ति चोरों का पता लगाया जाएगा और मूर्ति को मंदिर में पुन: स्थापित करने में लोगों का सहयोग किया जाएगा।

खोजी कुत्ते मूर्ति ढूंढने में करेंगे मदद

प्राचीन मूर्ति चोरी होने के बाद जहां क्षेत्र के लोग परेशान हैं, वहीं पुलिस ने भी मूर्ति खोजने के लिए कमर कस ली है। पुलिस मूर्ति खोजने के लिए खोजी कुत्तों की मदद ले रही है। दोपहर को घटनास्थल पर एस.डी.पी.ओ. सलूणी रामकरण राणा के पहुंचने पर थाना तीसा की टीम को उनका काफी सहयोग मिला। वहीं लोगों ने भी पुलिस कार्रवाई की सराहना की। पुलिस ने मूर्ति खोजने के लिए चम्बा से खोजी कुत्ते का दस्ता मंगवाया है जो घटनास्थल पर हर साक्ष्यों के मद्देनजर मूर्ति खोजने में मदद करेगा।

सैंकड़ों साल पहले हुई थी मंदिर की स्थापना

माना जाता है कि सैंकड़ों साल पहले गुईला पंचायत के शेगा नाम स्थान पर महल नाग देवता प्रकट हुए थे। नाग देवता की मूर्ति पूरी तरह पाषाण की है। नाग देवता के प्रकट होने के बाद लोगों ने यहां पूजा-अर्चना शुरू कर दी। वहीं मन्नतें मांगने पर वह पूरी होने लगीं। नाग देवता की प्रसिद्धि पूरे क्षेत्र में फैल गई। वहीं लोग नाग देवता के दर्शन के लिए दूर-दूर से आने लगे। माना जाता है कि यहां आने वाला हर श्रद्धालु कभी खाली हाथ नहीं लौटता है।

2 पंचायतों के कुलदेवता हैं महल नाग

चुराह की 2 पंचायतों गुईला व जुनास में महल नाग देवता पर लोगों की काफी आस्था है। यह दोनोंपंचायतों के कुलदेवता हैं। क्षेत्र में छोटे से छोटा शुभ कार्य शुरू करने से पहले लोग महल नाग की पूजा करते हैं। वहीं हर साल फसल तैयार होने के बाद लोग पहले अपनी फसल को देवता के मंदिर में चढ़ाते हैं। शादी समारोह व अन्य शुभ मुहूर्त का शुभारंभ करने से पहले लोग यहां आकर देवता की पूजा करते हैं।

महल नाग डल में भी महल नाग की विशेषता

हिमाचल व जम्मू-कश्मीर की सीमा पर होने वाले महल नाग डल पर भी इस देवता की विशेषता को माना जाता है। सितम्बर माह में होने वाले इस डल के लिए क्षेत्र से हजारों लोग जाते हैं।

क्या कहते हैं बुद्धिजीवी

गुईला जुनास पंचायत के बुजुर्ग दयाला, चंदराम, शिवराम, टेका, जनपत, बलदेव व निर्मल का कहना है कि महल नाग देवता को उन्होंने शुरू से देखा है। उन्होंने अपने पूर्वजों से महल नाग देवता की कहानियां सुनी हैं। पूर्वजों से सुनीं कहानियों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि महल नाग मंदिर कितना पुराना है। उनके अनुसार महल नाग के चमत्कार उन्होंने अपनी आंखों से देखे हैं। उनका मानना है कि जिन लोगों ने महल नाग की मूर्ति चुराई है, नाग देवता उन्हें माफ  नहीं करेंगे। चोरों को मजबूर होकर मूर्ति को उनके स्थान पर विराजमान करना ही होगा।

मूर्ति चोरी होने की घटना शर्मनाक

ग्राम पंचायत गुईला के प्रधान कर्म सिंह व ग्राम पंचायत जुनास के प्रधान राकेश कुमार ने कहा कि मूर्ति चोरी होने की घटना शर्मनाक है। महल नाग देवता का स्थान हमारी 2 पंचायतों में काफी विशेष है। सुबह से घटना की जानकारी मिलते ही हजारों लोग मंदिर परिसर में पहुंच गए हैं। पुलिस पर पूरी उम्मीद है कि वह हमारी भावनाओं की कद्र करते हुए मूर्ति को जल्द ढूंढ निकालेगी।

मूर्ति को जल्द ढूंढ निकालेगी पुलिस

एस.डी.पी.ओ. सलूणी रामकरण राणा ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही थाना तीसा की टीम को मौके पर भेजा गया। उसके बाद मैं स्वयं भी मौके पर गया। मंदिर से मूर्ति गायब है। लोगों की आस्था व भावनाओं को समझते हैं। मंदिर में मिले साक्ष्यों को एकत्रित किया है। वहीं खोजी कुत्तों की भी इस मामले को सुलझाने में मदद ली जा रही है। मूर्ति चोरी मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ  मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मूर्ति को जल्द ढूंढ निकालेगी।

Vijay