इलैक्ट्रिक बसों की खरीद को लेकर फिर ये प्रक्रिया अपनाएगा HRTC, पढ़ें खबर

Thursday, Nov 08, 2018 - 10:11 PM (IST)

शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रबंधन द्वारा इलैक्ट्रिक बसों की खरीद को लेकर फिर से प्री-बिड सबमिशन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। निगम प्रबंधन ने 8 मीटर लंबी 30 सीटर बसों की खरीद के लिए पहले से ऑर्डर जारी कर दिया है जबकि 7 मीटर लंबी 20 सीटर बसों की खरीद को लेकर फिर से टैंडर किए जाएंगे, ऐसे में इन 7 मीटर लंबी बसों की खरीद को लेकर फिर से प्री-बिड सबमिशन की जाएगी। निगम में 15 नवम्बर को प्री-बिड होगी, जिसके बाद बसों की खरीद को लेकर सभी प्रकार के तकनीकी पहलुओं की जांच की जाएगी। इस दौरान कम दामों में बेहतर बसें उपलब्ध करवाने वाली कंपनी को खरीद ऑर्डर जारी किए जाएंगे। हिमाचल में प्रदूषण मुक्त यात्रा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए अभी तक निगम द्वारा करीब 75 इलैक्ट्रिक वाहन खरीदे जा चुके हैं जबकि 50 बसों की खरीद प्रक्रिया अभी जारी है। एन.जी.टी. के आदेशों के बाद निगम प्रबंधन ने पहाड़ी क्षेत्रों में प्रदूषण मुक्त बसों को चलाने के लिए इलैक्ट्रिक बसों की खरीद की है, जिसमें अभी और बसों की खरीद प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

20 बसों की खरीद को लेकर फिर होंगे टैंडर
जहां 30 बसों की खरीद को लेकर निगम प्रबंधन ने टैंडर जारी कर दिए हैं, वहीं पर 20 बसों की खरीद को लेकर बात नहीं बनने पर फिर से टैंडर जारी किए जाएंगे। 7 मीटर लंबी 20 सीटर इन बसों के लिए हालांकि एक करोड़ से अधिक का टैंडर भरा गया था, ऐसे में निगम प्रबंधन ने इन बसों की खरीद को लेकर फिर से टैंडर करने का निर्णय लिया है।

डीजल बसों से बेहतर हैं ये बसें
जहां अब डीजल की बसों की कीमत भी बहुत बढ़ गई है, वहीं पर इलैक्ट्रिक बसें अब डीजल बसों से बेहतर बताई जा रही हैं। जहां डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है, वहीं इलैक्ट्रिक बसों की कीमत दिनोंदिन कम होती जा रही है, ऐसे में भविष्य में इन बसों के बढ़ते प्रचलन की संभावनाएं जताई जा रही हैं।

शिमला के हिसाब से बनेंगी बसें
निगम प्रबंधन ने इन बसों की खरीद के लिए राजधानी शिमला हिल एरिया की क्षमता को देखते हुए ऑर्डर जारी किया है। इन बसों की मैन्युफैक्चरिंग पहाड़ों के हिसाब से की जाएगी ताकि इन बसों का संचालन आसानी के साथ किया जा सके।

आधे घंटे में फुल चार्ज होंगी बसें
इससे पूर्व खरीदी गईं बसों की जहां 3 से साढ़े 3 घंटे में चाॄजग होती है, वहीं पर अब नई खरीदी जाने वाली इन बसों की चाॄजग आधे घंटे में पूरी होगी और पहले से अधिक आधुनिक तकनीक से इन बसों को लैस किया जाएगा। इन बसों की खरीद भी भारतीय कंपनियों से ही की जा रही है, ऐसे में इनकी रिपेयर को लेकर भी अधिक खर्च नहीं होगा।

Vijay