HRTC को नहीं मिला मंडी रैली का किराया

Thursday, Nov 23, 2017 - 10:03 AM (IST)

मंडी (पुरुषोत्तम): कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की मंडी विकास से विजय की ओर रैली के लिए लगाई गई हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के किराए का भुगतान नहीं हुआ है। अब चूंकि प्रदेश में विधानसभा के चुनाव हो चुके हैं, ऐसे में पथ परिवहन निगम प्रबंधन के लिए यह किराया जो मंडी व कुल्लू जिला का ही 71 लाख रुपए से ज्यादा है, प्रदेश सरकार से लेना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है। परिवहन निगम के अधिकारी व कर्मचारी इसके लिए लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं मगर उन्हें किराया नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में यदि किराया 18 दिसम्बर तक नहीं मिला और प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया तो इसकी वसूली अगली सरकार जिम्मेदार अधिकारियों से कर सकती है। लिहाजा निगम अधिकारियों की रातों की नींद हराम हो गई है। 


इसमें रोचक यह है कि कांग्रेस की रैली के लिए बसों की बुकिंग प्रदेश सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने संबंधित जिला के डीसी के माध्यम से करवाई थी। अब जबकि निगम प्रबंधन ने इसका बिल सामान्य प्रशासन विभाग को भेजा है तो वहां से डी.सी. से इसे वैरीफाई करवाने को कहा जा रहा है। इसी चक्कर में बिल लटक रहा है और जितनी देरी हो रही है उतनी ही धड़कनें निगम प्रबंधन की तेज होती जा रही हैं। अब एक तरफ तो निगम घाटे में जा रहा है, कर्मचारियों को वेतन व ओवर टाइम देने के लिए पैसा नहीं हैं, पैंशनर्ज अपना ही पैसा पाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं तो दूसरी तरफ करोड़ों के बकाया की राजनीतिक हस्तक्षेप पर दबाव के चलते वसूली नहीं हो पा रही है। खास कर इस वसूली को लेकर तो निगम प्रबंधन को भयंकर सर्दी में भी पसीना बहाना पड़ रहा है।


कहां से कितनी बुक थी बसें 
सूत्रों के अनुसार इस रैली के लिए मंडी सदर के लिए 32 बसें जिनका किराया लगभग अढ़ाई लाख रुपए है, बल्ह के लिए 61 बसें किराया लगभग 3 लाख, द्रंग के लिए 9 बसें किराया डेढ़ लाख, सराज के लिए 29 बसें किराया पौने 6 लाख, धर्मपुर के लिए 27 बसें किराया लगभग 4 लाख, सरकाघाट के लिए 30 बसें किराया लगभग सवा 3 लाख, सुंदरनगर के लिए 66 बसें किराया लगभग साढ़े 6 लाख तथा कुल्लू जिला के लिए 79 बसें बुक करवाई गई थीं जिनका किराया सवा 15 लाख रुपए के लगभग है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि दूसरे जिलों के लिए यदि बसें बुक हुई होंगी तो उनका किराया भी इसी चक्कर में फंसा है।