हादसे की कगार पर है बिलासपुर का HRTC दफ्तर, डर के साये में कर्मचारी कर रहे काम(Video)

Tuesday, Jul 16, 2019 - 04:01 PM (IST)

बिलासपुर(मुकेश): प्रदेश सरकार विकास के बड़े-बड़े दावे करती है मगर धरातल पर कितने कामो को अंजाम तक पहुंचाने का काम किया गया है यह सबसे बड़ा सवाल है। जी हां बिलासपुर स्थित एचआरटीसी कार्यालय भवन का निर्माण सन 1960 में किया गया था। जिसके बाद 59 साल बीतने को आए मगर आजतक इस भवन की मरम्मत की ओर किसी भी सरकार का ध्यान नहीं गया है। इस भवन की हालत बद से बदतर हो चली है। दीवारों पर पड़ी दरारें, जगह-जगह सीलन और उखड़ा सीमेंट अपनी अनदेखी की हकीकत खुद जाहिर कर रहा है।

गौरतलब है कि एचआरटीसी कार्यालय सहित वर्कशॉप में लगभग 120 कर्मचारी कार्यरत है और ऐसे में भवन की जर्जर हालत के चलते कोई भी हादसा उनके लिए जानलेवा हो सकता है। इससे पहले भी भवन की खस्ता हालत का जायजा लेने पूर्व वीरभद्र सरकार में परिवहन मंत्री रहे जीएस बाली और वर्तमान में जयराम सरकार के परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर यहां पहुंच चुके है मगर आजतक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वहीँ एचआरटीसी कार्यालय में कार्यरत कर्मचारियों और बस चालकों का कहना है कि बरसात के दिनों में जहां कार्यालय के भीतर पानी घुस आता है तो साथ ही भूकंप आदि के दौरान दीवारों के गिरने का भी डर सताता रहता है। जिसके चलते उन्होंने प्रदेश सरकार से भवन की मरम्मत के लिए जल्द धनराशि जारी करने की अपील की है।

बता दें की एचआरटीसी कार्यालय भवन निर्माण सहित एचआरटीसी क्लोनी की मरम्मत और खस्ताहाल रोड के निर्माण के लिए लगभग 67 लाख का एस्टीमेट बनाकर छह माह पूर्व हैड ऑफिस भेजा गया है। मगर अभीतक इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया। इस बात की जानकारी देते हुए एचआरटीसी कार्यालय के अधीक्षक सोहनलाल ने बताया की भवन की जर्जर हालत के बावजूद कर्मचारियों को मजबूरन कार्यालय में बैठकर काम करना पड़ता है ऐसे में सरकार को चाहिए की मानसून की दस्तक से पूर्व भवन की मरम्मत के लिए धनराशि जारी कर दें कर्मचारियों को आ रही समस्या का समय पर निवारण हो सके।

kirti