HRTC के 6 हजार चालकों-परिचालकों की छुट्टियों पर सरकार ने मारी कुंडली

Thursday, Nov 23, 2017 - 03:32 PM (IST)

शिमला: हिमाचल पथ परिवहन निगम के करीब 6 हजार चालकों-परिचालकों की 1.50 लाख प्रतिपूरक छुट्टियों पर सरकार ने कुंडली मार ली है। हालात ये हैं कि निगम प्रबंधन चालकों और परिचालकों को साल के आखिरी समय में भी छुट्टियां नहीं दे रहा है। निगम के चालक और परिचालकों की औसतन 30-30 प्रतिपूरक छुट्टियां लंबित हैं। नियमानुसार इन छुट्टियों को कैलेंडर ईयर में लिया जाना जरूरी है। अगर कर्मचारी छुट्टियां नहीं लेता है तो साल के आखिरी समय में ये खत्म हो जाती हैं। ऐसे में चालकों और परिचालकों की प्रतिपूरक छुट्टियां अब लैप्स होने की कगार पर हैं। इससे कर्मचारियों में रोष है। 


पहले कर्मचारियों पर इस तरह की कोई शर्त लागू नहीं थी
परिवहन निगम के पदाधिकारी भी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं लेकिन इस संबंध में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है। निगम प्रबंधन ने बीते वर्ष 22 अगस्त, 2016 को प्रतिपूरक छुट्टियां कैलेंडर ईयर में ही लेने के आदेश जारी किए थे। इससे पहले कर्मचारियों पर इस तरह की कोई शर्त लागू नहीं थी। चालकों और परिचालकों की प्रतिपूरक छुट्टियां पैंडिंग रहती थी, जिसे साल की समाप्ति पर कैरी फॉरवर्ड किया जाता था। कर्मचारी अपनी जरूरत के हिसाब से कभी भी इन छुट्टियों के लिए क्लेम कर सकता था। इस बारे में कर्मचारी पिछले सप्ताह उच्चाधिकारियों से भी मिले थे लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। 


परिवहन कर्मियों के लिए बनेगा श्रमिक कल्याण बोर्ड
परिवहन क्षेत्र के श्रमिकों को सामाजिक सुरक्षा देने एवं उनकी समस्याओं के समाधान के लिए परिवहन श्रमिक कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा। श्रमिकों की शिकायतों को देखते हुए बोर्ड का गठन जल्द ही किया जाएगा। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने परिवहन क्षेत्र के श्रमिकों के लिए श्रमिक कल्याण बोर्ड का गठन करने के लिए सहमति व्यक्त की है। बीएमएस की दिल्ली रैली के दौरान नितिन गडकरी ने परिवहन क्षेत्र के श्रमिकों की समस्याओं और उनको सामाजिक सुरक्षा देने के लिए मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल से कहा कि परिवहन श्रमिक कल्याण बोर्ड का गठन करने के लिए जल्द कार्य शुरू होगा। भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा कि 2 महीनों के भीतर श्रमिक कल्याण बोर्ड के गठन के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी सहमति प्रकट की है।