अप्रैल में मालामाल हुए HRTC के डिपो, नगरोटा बगवां रहा अव्वल

Tuesday, May 07, 2019 - 11:26 AM (IST)

पालमपुर (मुनीष दीक्षित): हिमाचल पथ परिवहन निगम मंडल धर्मशाला के डिपो अप्रैल माह में मालामाल हो गए हैं। एच.आर.टी.सी. द्वारा इस मंडल में रूटों, समयसारिणी से लेकर यात्रियों की सुविधा का पूरा ख्याल रखते हुए रिकॉर्ड यात्रियों को अपनी तरफ आकर्षित करते हुए 2 करोड़ से अधिक की ग्रोथ हासिल की है। इसमें लगभग 5 साल पहले बने नगरोटा बगवां डिपो ने सबसे अधिक 63 लाख की ग्रोथ हासिल की है। अप्रैल माह के इस आंकड़े ने पिछले कुछ सालों के रिकार्ड को भी तोड़ा है। एच.आर.टी.सी. के धर्मशाला मंडल के अधीन इस समय चम्बा, पठानकोट, पालमपुर, नगरोटा बगवां, बैजनाथ व धर्मशाला डिपो आते हैं। इनमें अप्रैल माह के राजस्व के आंकड़ों को देखें, तो नगरोटा बगवां डिपो ने सर्वाधिक ग्रोथ की है। 

इस डिपो ने पिछले साल के मुकाबले 63,94,482 की बढ़त हासिल करते हुए अप्रैल में कुल 2 करोड़ 45 लाख 24 हजार 63 रुपए कमाए हैं जबकि पिछले साल अप्रैल में यह ग्रोथ 1 करोड़ 81 लाख रुपए के करीब थी। नगरोटा बगवां डिपो वर्ष 2014 में बना था और यह इस मंडल के सबसे नए डिपो में से एक है। इसके बेड़े में कुल 89 बसें हैं। इनमें 6 वोल्वो भी शामिल हैं। वहीं, अन्य डिपो ने भी पिछले साल के मुकाबले अप्रैल माह में अच्छी बढ़त हासिल की है। इनमें बैजनाथ डिपो ने 48,94,326, चम्बा डिपो ने 43 लाख 88 हजार 21, धर्मशाला डिपो ने 22 लाख 94 हजार 167, पालमपुर डिपो ने 39 लाख 48 हजार 337 तथा पठानकोट डिपो ने 47 लाख 91 हजार 548 की ग्रोथ हासिल की है। इस मंडल में अप्रैल माह में कुल 2 करोड़ 67 लाख 10 हजार 881 की ग्रोथ हुई है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण मंडलीय प्रबंधक से लेकर आर.एम., चालक परिचालक व अन्य ग्राऊंड स्टाफ द्वारा नई रणनीति व मेहनत के साथ किए गए कार्य को माना जा रहा है।

टांकामार कंडक्टरों पर नजर, यात्रियों की पकड़ी नब्ज

एच.आर.टी.सी. की ग्रोथ का एक बड़ा कारण क्षेत्रीय प्रबंधकों द्वारा मंडलीय प्रबंधक के निर्देश पर यात्रियों की नब्ज पकड़ना माना जा रहा है। इसमें सोशल मीडिया से लेकर खुद बसों में सफर कर यात्रियों को आने वाली परेशानी, उनकी मांग को ध्यान में रखकर उनका समाधान करवाया जा रहा है। खुद आर.एम. एच.आर.टी.सी. के टाइम टेबल को चैक करवा रहे हैं। इसके अलावा यात्रियों की फीडबैक लेकर नए समय व नए रूटों पर भी बसें चलाई जा रही हैं। ऐसे कई रूट एच.आर.टी.सी. ने कुछ महीनों में चलाए हैं, जो बड़े शहरों को नहीं बल्कि कई छोटे-छोटे गांवों को शिमला व दिल्ली से जोड़ रहे हैं। हरियाणा रोडवेज भी इस तर्ज पर गांवों से अपने रूट जारी कर रही है। इसके अलावा फ्लाइंग को भी बढ़ा दिया गया है तथा टांका मार कंडक्टरों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है। कुछ दिन पहले भी पठानकोट डिपो की टीम ने 2500 रुपए का एक टांके का मामला पकड़ा था। इस दौरान एक व्हाट्सएप ग्रुप का पता चला था, इसमें कुछ परिचालक आपस में फ्लाइंग की मूवमैंट की जानकारी शेयर कर रहे थे। ऐसे मामलों पर निगम प्रबंधन गंभीर हो गया है।

अब बारी निजी वोल्वो बसों की

एच.आर.टी.सी. को अब समस्या केवल कुछ निजी वोल्वो बसों से है। पर्यटन परमिट के आधार पर यात्रियों के समूहों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने वाली यह बसें नियमों के उल्ट हर स्थान से यात्रियों को उठा रही हैं। यह वोल्वो एच.आर.टी.सी. के निर्धारित किराए के मुकाबले काफी कम किराए ले रहे हैं। इससे एच.आर.टी.सी. को काफी चूना लग रहा है। इसको लेकर भी निगम प्रबंधन ने संबंधित अधिकारियों से ऐसी बसों पर शिकंजा कसने की मांग की है।

Ekta