छात्रों को बड़ी राहत, अब पास होने के लिए चाहिए इतने नंबर

Saturday, Dec 31, 2016 - 10:06 AM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश के कॉलेजों में राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) प्रणाली के तहत वर्ष 2015 में प्रवेश प्राप्त छात्रों को राहत प्रदान की गई है। इसके तहत साल 2015 में प्रवेश लेने वाले छात्रों को हर विषय की एंड सैमेस्टर परीक्षा व इंटरनल असैसमैंट में कुल मिलाकर 45 प्रतिशत अंक हासिल करने पर उत्तीर्ण घोषित किया जाएगा। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद (ई.सी.) की बैठक में शुक्रवार को इसे स्वीकृति प्रदान की गई। यह छूट वर्ष 2015 में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों को प्रदान की गई है। बैठक में प्रदेश के 5 कॉलेजों को स्थायी मान्यता प्रदान करने को भी हरी झंडी प्रदान की गई।


ई.सी. को सौंपेगी कमेटी इस मामले की रिपोर्ट
सूत्रों के अनुसार स्थायी मान्यता हासिल करने वालों में राजकीय महाविद्यालय बंगाणा, राजकीय महाविद्यालय कुल्लू, टी.एस. नेगी कॉलेजों रिकांगपिओ, इंदौरा कालेज व शाहपुर कॉलेज शामिल हैं। ई.सी. के दौरान कसौली स्थित सैंट्रल रिसर्च इंस्टीच्यूट (सी.आई.आई.) में चल रहे एम.एससी. माइक्रोबायोलॉजी कोर्स को स्थायी मान्यता प्रदान करने के मामले को लेकर कमेटी गठित की गई। यह कमेटी इस मामले पर गौर कर अपनी रिपोर्ट ई.सी. को सौंपेगी। इसके अलावा ई.सी. ने विश्वविद्यालय में सैक्शन ऑफिसर्ज और असिस्टैंट रजिस्ट्रार के पदों को लेकर हाल ही में हुई भर्ती व पदोन्नति कमेटी की सिफारिशों को भी मंजूरी प्रदान की। 


इसके अलावा ई.सी. ने हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में सैंट्रलाइज्ड काऊंसलिंग के माध्यम से विभिन्न कोर्सों में प्रवेश के लिए आवेदन करने वाले जम्मू-कश्मीर के विद्यार्थियों को सुपरन्यूमरेरी कोटा के तहत 2 सीटें आरक्षित करने को भी मंजूरी प्रदान कर दी है। ई.सी. की नियमित बैठक शुक्रवार को कुलपति प्रो. ए.डी.एन. वाजपेयी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के प्रो-वाइस चांसलर प्रो. राजेंद्र सिंह चौहान, रजिस्ट्रार डा. पंकज ललित, विधायक अनिरुद्ध सिंह, हिमाचल प्रदेश हैंडलूम हैंडिक्राफ्ट्स कॉर्पोरेशन के उपाध्यक्ष चंद्रशेखर, प्रो. एस.एस. चौहान, प्रो. जे.बी. नड्डा, प्रो. डी.के. शर्मा, डा. श्यामा जोशी, डा. उमा वर्मा व राजकुमारी उपस्थित थे।