HPU-कॉलेजों में इस बार भी प्रत्यक्ष रूप से नहीं होंगे SCA के चुनाव, जानिए क्या है वजह

Friday, Sep 07, 2018 - 10:37 PM (IST)

शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एच.पी.यू.) सहित कॉलेजों में इस बार भी एस.सी.ए. चुनाव प्रत्यक्ष रूप से नहीं होंगे। इस बार भी एस.सी.ए. का गठन मनोनयन आधार पर ही होगा। इसको लेकर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय ने निर्णय ले लिया है। शुक्रवार को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में एस.सी.ए. चुनावों को लेकर कमेटी की बैठक हुई। बैठक में विभिन्न पहलुओं पर गौर करते हुए यह निर्णय लिया गया है। लंबे समय से एस.सी.ए. चुनाव प्रत्यक्ष रूप से करवाने की छात्र संगठनों की मांग पूरी नहीं हुई है और एस.सी.ए. के प्रत्यक्ष चुनावों पर रोक बरकरार रही है। अब हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सहित कालेजों में वर्ष 2014 से जारी प्रक्रिया के तहत ही एस.सी.ए. का गठन होगा।

10 से 19 सितम्बर तक के बीच करना होगा एस.सी.ए. का गठन
विश्वविद्यालय व कॉलेजों में एस.सी.ए. का गठन 10 से 19 सितम्बर तक के बीच करना होगा। इस संबंध में वि.वि. प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है। कालेजों में एस.सी.ए. गठित करने के तुरंत बाद इसमें शामिल मनोनीत सदस्यों की सूची हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पास भेजनी होगी। एस.सी.ए. गठन करने को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन तैयारियोंं में जुट गया है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में एस.सी.ए. चुनाव प्रत्यक्ष रूप से करवाने को लेकर वर्ष 2014 से रोक लगी हुई है और यह रोक अभी भी बरकरार है।

मनोनयन आधार पर चुनाव से हिंसक घटनाओं में आई कमी
सूत्रों के अनुसार जिन पहलुओं को ध्यान में रखते हुए एस.सी.ए. मनोनीत आधार पर गठित करने का निर्णय लिया है, उसमें एस.सी.ए. चुनाव मनोनयन आधार पर होने की प्रक्रिया जब से शुरू हुई है तब से विश्वविद्यालय व कॉलेजों में हिंसक घटनाओं में कमी आई है जबकि रूसा के तहत पुराने पैटर्न के तहत सैमेस्टर परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए भी यह निर्णय लिया गया है।

मनोनयन आधार पर ऐसे होगा एस.सी.ए. का गठन
शैक्षणिक वरीयता के आधार पर और खेलकूद, सांस्कृतिक व अन्य पाठ्यतर गतिविधियों में सहभागिता के आधार पर छात्रों का नामांकन होने के बाद फैकल्टी से वरिष्ठतम शैक्षणिक वरीयता प्राप्त छात्र को अध्यक्ष बनाया जाएगा। इससे कम शैक्षणिक वरीयता वाले छात्र को उपाध्यक्ष, इसके बाद वाले को सचिव व संयुक्त सचिव बनाया जाएगा। विश्वविद्यालय में पूरी प्रक्रिया के दौरान इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि एक ही फैकल्टी से एक ही पदाधिकारी मनोनीत होगा। इसके अलावा तृतीय व 5वें सैमेस्टर से नामांकित मेधावी छात्रों में से एस.सी.ए. अध्यक्ष व उपाध्यक्ष बनाया जाएगा, जबकि प्रथम सैमेस्टर से सचिव व संयुक्त सचिव चुने जाएंगे।

Vijay