संपत्ति के मामले में किसी से कम नहीं HPFS अधिकारी, कीमत जान रह जाएंगे हैरान

Wednesday, May 24, 2017 - 10:20 PM (IST)

शिमला: बड़े मियां तो बड़े मियां छोटे मियां सुभान अल्लाह। यह कहावत हिमाचल प्रदेश फोरैस्ट सर्विसिज काडर से जुड़े अफसरों (एच.पी.एफ.एस.) पर फिट बैठ रही है। आई.एफ.एस. के बाद अब एच.पी.एफ.एस. अधिकारियों ने भी वर्ष 2016 के लिए संपत्ति घोषित कर दी है। संपत्ति के मामले में ये अफसर भी किसी से कम नहीं हैं। लगभग सभी को जेवरात शादी में गिफ्ट में ही मिले हैं। ज्यादातर ने गोल्ड की कीमत पुराने दामों में ही आंकी है। इस काडर में डी.एफ.ओ. और ए.सी.एफ. रैंक के अफसर आते हैं। इनकी काडर संख्या करीब 160 है लेकिन वैबसाइट पर सभी ने संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक नहीं किया है। जिन अधिकारियों का ब्यौरा विभाग के पास मौजूद है, उनमें से कई अकूत संपत्ति के मालिक हैं तो किसी के पास कई-कई बैंक खाते हैं।

राजेश शुक्ला के सोलन में 6 बैंक खाते, 3.80 लाख का सोना
डी.एफ.ओ. रैंक में राजेश शुक्ला के पास धमोटा में मकान है। इसके लिए 4 बिस्वा जमीन वर्ष 1990 में खरीदी गई थी। इससे 30 हजार रुपए सालाना आय होती है। रामपुर में एक रैजीडैंशियल फ्लोर है। यह पैतृक संपत्ति है। 6 बैंक खाते हैं जोकि सभी अपने नाम हैं और सभी सोलन में हैं। इसमें से 4 एफ.डी.आर. हैं। 3 लाख 80 हजार का सोना है। 2 लाख माता-पिता ने दिया है व शेष ससुराल पक्ष की ओर से आया है जोकि वर्ष 1989 में दिया गया है। चांदी और अन्य धातु की कीमत 1 लाख 80 हजार आंकी है। इसमें से भी 80 हजार रुपए के जेवर माता-पिता और शेष ससुराल वालों ने गिफ्ट दिए हैं।

डी.डी. अग्रवाल के पास 13.25 लाख का बैंक बैलेंस
 डी.डी. अग्रवाल के पास पांवटा में एक कॉटेज है। यह पत्नी के नाम पर वर्ष 1995 में खरीदा गया है। कैश और बैंक बैलेंस के तौर पर 13 लाख 25 हजार रुपए हैं। 2 एल.आई.सी. पॉलिसी हैं। पदम सिंह चौहान के पास पधर के रोपा में पैतृक संपत्ति है। शिलवादधनी में एक घर है। मनाली क्षेत्र में एक सेब का बगीचा है। गांव बुधाह में भी जमीन है। अपने नाम एक कार है। 65 ग्राम सोना है जो उनकी पत्नी को वर्ष 1989 में शादी में गिफ्ट किया गया था। उनके पास 4 एल.आई.सी. पॉलिसी भी हैं। शीतल शर्मा के पास छोटा शिमला क्षेत्र में 9 बिस्वा जमीन है।  

राजकुमार डोगरा के पास बेशुमार जायदाद
राजकुमार डोगरा के पास भी बेशुमार जायदाद है। फतेहपुर के स्थाना में 30 कनाल जमीन है। यह पैतृक संयुक्त संपत्ति है। यहीं पर पत्नी के नाम पर भी जमीन है। अपने नाम पर भी जमीन है। सिद्धबाड़ी में पत्नी के नाम पर और अपरेहानड़ में अपने नाम जमीन है।  अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर कई बैंक खाते हैं। घर में साढ़े 5 लाख की कीमत का सामान है। अरविंद कुमार शर्मा को राजपत्रित अधिकारी बने 18 साल हो गए हैं।  इन्होंने कोई अचल संपत्ति नहीं जुटाई है। उन्होंने संपत्ति से जुड़े कॉलम को निल दिखाया है। कई बैंकों में सेविंग अकाऊंट हैं।  कुल मिलाकर 5 से 6 लाख की कीमत की हाऊस होल्ड आइटम्स हैं। 

करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं प्रदीप भारद्वाज
प्रदीप भारद्वाज के पास अकूत पैतृक संपत्ति है। उनके पास सेरधार तहसील कुमारसैन में करीब 80 लाख की कीमत की जमीन है। इसमें परिवार के कुछ और सदस्य भी शेयरहोल्डर हैं। कुमारसैन के ही बेरागांव में पैतृक जमीन है जिसकी कीमत करीब 10 लाख रुपए है। शिमला के मशोबरा में पत्नी के नाम पर एक प्लाट खरीदा है। इस प्लाट पर मकान बनाया गया है। इसकी कीमत करीब 50 लाख रुपए आंकी गई है। इनके पास मशोबरा में इंडियन बैंक में अपनी और पत्नी के नाम 5 लाख की एफ.डी. हैं। प्रदीप की पत्नी के पास 200 ग्राम सोना व 100 ग्राम चांदी है जोकि वर्ष 1990 में उन्हें शादी के दौरान गिफ्ट में मिला है। भारद्वाज दंपति के पास एक मारुति कार और एक सिटी हौंडा कार है। मारुति वर्ष 1998 में खरीदी गई थी। 5 लाख की कीमत का हाऊसहोल्ड सामान है। 

अशोक की सालाना आय साढ़े 9 लाख
अशोक कुमार आनंद अकूत संपत्ति के मालिक हैं। उनकी सालाना आय 9 लाख 49 हजार है। कृषि से होने वाली आय 2 लाख 38 हजार है। मंडी के पांगणा क्षेत्र के पट्टी में 8 बीघा 26 बिस्वा का बगीचा है। इसे पत्नी ने वर्ष 1993 में सुकरू नामक व्यक्ति से मामूली कीमत पर खरीदा था। इस बगीचे से साल में 2 से 5 लाख की आय होती है। गांव नगरों में 5 बीघे 10 बिस्वे में एक और बगीचा है। इसे पत्नी ने ही वर्ष 1991 में गंगूराम एंड कंपनी से खरीदा। इससे 50 हजार से 2 लाख तक की आय हो रही है। गांव पट्टी में फार्म हाऊस है। यह भी पत्नी के नाम से वर्ष 1994 से है। शिमला के रामनगर में प्लाट है जिसे उनकी पत्नी ने वर्ष 2000 में खरीदा था। बिलासपुर के खैरियां में पत्नी के नाम पर रैजीडैंशियल हाऊस है। इसे अधिकारी की पत्नी को उनके मां-बाप ने गिफ्ट कर रखा है। हाऊसहोल्ड आइटम करीब 10 लाख की है। 

इन अधिकारियों के पास भी काफी कुछ
डी.के. विज के पास संजौली के ढिंगूधार में फ्लैट हैं। स्टेट बैंक ऑफ पटियाला संजौली में लाखों की 3 एफ.डी.आर. हैं। इसके पास हाऊसहोल्ड आइटम केवल 80 हजार का है। 60 ग्राम सोना पत्नी को गिफ्ट में मिला हुआ है। एन.पी.एस. धौल्टा के पास ढली में आंशिक रूप से निर्मित मकान है। इसके लिए खुद और पत्नी ने वर्ष 2000 में 3 बिश्वा जमीन खरीदी। उन्होंने का-आप्रेटिव बैंक से करीब 6 लाख का लोन ले रखा है। प्रदीप भंडारी के पास संजौली में हाऊसिंग बोर्ड कालोनी के पास प्लाट और बिल्डिंग हैं। शिमला जिले में एक बगीचा भी है। इनके पास एक कार है। पत्नी के पास करीब 5 लाख की ज्वैलरी है।  बलदेव राज ने शिमला के नेरी में मकान के लिए 6 बिस्वा जमीन खरीदी है। उनके पास जुब्बल क्षेत्र में 5 बीघे की पैतृक संपत्ति है। पत्नी के साथ संयुक्त बचत खाता एस.बी.आई. सोलन में खोला गया है। यूको बैंक रोहड़ू में अपने नाम का खाता है। नरेंद्र सिंह के पास कांगड़ा के सुराहर के चलाली में करीब 35 कनाल कृषि जमीन है। यह पैतृक संपत्ति है। इससे सालाना आय 3 लाख होती है। पत्नी के पाम पर 380 ग्राम सोना है। नरेश कुमार भी पैतृक संपत्ति के धनी हैं। उन्होंने कांगड़ा के जोगीपुर में एक कनाल जमीन अपने नाम पर खरीद रखी है लेकिन पैतृक और अपनी संपत्ति की कीमत का आकलन नहीं किया है। 

रमन व शशि किरण के पास नहीं कोई संपत्ति
रमन शर्मा के पास न तो संपति है और न ही कोई वाहन है। उनकी जमा पंूजी बैंक में जमा है। उनके पास शिमला स्थित एस.बी.आई. में 20 लाख रुपए जमा हैं। हां पत्नी के पास 2 लाख का सोना है जोकि विवाह में गिफ्ट क रूप में मिला है। वहीं ए.सी.एफ. रैंक में शशि किरण के पास कोई संपत्ति नहीं है। हां 200 ग्राम ज्वैलरी और 80 हजार की कीमत के हाऊस होल्ड आइटम हैं।