सरकार, बिना शिक्षक कैसे होगा बच्चों का बेड़ा पार

Friday, Oct 19, 2018 - 02:24 PM (IST)

मंडी : प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा में गुणवत्ता के दावे तो किए जाते हैं लेकिन अगर स्कूलों में शिक्षक ही नहीं होंगे तो फिर गुणवत्ता की बात करना सरासर बेमानी होगी। सी.एम. जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सराज के तहत पडऩे वाली राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला शिवा कुठेड़ में प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते शिक्षकों का टोटा चल रहा है। शिवा कुठेड़ स्कूल में शिक्षकों के 6 पद खाली चल रहे हैं जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि वहां के होनहारों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल पा रही है या नहीं। शिवा कुठेड़ स्कूल अति दुर्गम क्षेत्र में पड़ता है लेकिन प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग की अनदेखी के चलते वहां के होनहारों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। वर्तमान में स्कूल में स्वीकृत शिक्षकों के पदों में से 6 पद खाली होना इस बात का संकेत करता है कि प्रदेश सरकार व शिक्षा विभाग बज्जों की शिक्षा को लेकर कितने संवेदनशील हैं।

ज्वाइन करते ही करवा लेते हैं तबादला
शिवा कुठेड़ स्कूल सराज क्षेत्र के दुर्गम इलाके में पड़ता है और स्कूल तक पहुंचने के लिए पैदल करीब 1 घंटे का सफर करना पड़ता है जिसके चलते जो भी शिक्षक यहां आते हैं तो वे ज्वाइन करते ही यहां से तबादला करवा लेते हैं। स्कूल के दुर्गम क्षेत्र में होने के चलते यहां के होनहारों को शिक्षक न होने का खमियाजा भुगतना पड़ 
रहा है।

बजैहल स्कूल भी डैपुटेशन के सहारे 
शिवा कुठेड़ स्कूल के अधीन चल रही राजकीय माध्यमिक पाठशाला बजैहल भी शिक्षक की नियुक्ति न होने से डैपुटेशन के सहारे चल रही है। यह स्कूल वर्तमान सरकार द्वारा मई, 2018 में खोला गया है लेकिन प्रदेश सरकार व विभाग की अनदेखी के चलते शिक्षकों का प्रावधान न होने से इसका खमियाजा वहां के बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।

ये पद चल रहे हैं खाली
स्कूल में सी. एंड वी. शिक्षकों के 3 पद जिनमें डी.एम., पी.ई.टी. व शास्त्री सहित टी.जी.टी. आर्ट्स, टी.जी.टी. मैडीकल व डी.पी.ई. का पद शामिल है। 

kirti