प्रदूषण बोर्ड ने पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने वाले 9 उद्योगों पर कसा शिकंजा

Tuesday, Dec 05, 2017 - 05:19 PM (IST)

परवाणु : शहर में प्रदूषण बोर्ड ने पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने वाले 9 उद्योगों पर शिकंजा कसा है। बोर्ड ने यह कार्रवाई कोर्ट से आदेश जारी होने के बाद की है। प्रदूषण बोर्ड ने आदेशों की पालना करते हुए बिजली बोर्ड को सभी 9 उद्योगों के कनैक्शन काटने के नोटिस जारी किए और फिर बिजली बोर्ड ने भी नोटिस मिलते ही सभी के कनैक्शन काट दिए। हैरानी की बात है कि परवाणु में पर्यावरण के साथ खिलवाड़ के मामले में कोर्ट ने जिन उद्योगों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं, वे सभी कंपनियां नामी हैं। ऐसे में सवाल यह है कि जब शहर में नामी व बड़े-बड़े उद्योग पर्यावरण के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और इन सभी उद्योगों में कचरे के निपटान करने के लिए उचित व्यवस्था नहीं हैं तो छोटे उद्योगों में क्या व्यवस्था की गई होगी।

परवाणु में प्रदूषण बढ़ता जा रहा
बताया जा रहा है कि सभी उद्योगों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमैंट के सही से इंतजाम नहीं थे। इस कारण उद्योगों पर सॉलिड वेस्ट को खुले में फैंक कर पर्यावरण को नुक्सान पहुंचाने पर दोषी पाया गया जिसके कारण ही इस कार्रवाई को अमल में लाया गया है। शहर में मौजूदा समय में करीब 450 उद्योग हैं। इनमें से कई उद्योगों द्वारा प्रदूषण बोर्ड के नियमों को ठेंगा दिखाया जा रहा है। यहां पर नालियों, नदियों व उद्योगों के आसपास उद्योग अपना कचरा फैंक देते हैं या फिर उन्हें आग लगा कर ठिकाने लगाया जाता है। इससे परवाणु में प्रदूषण बढ़ता जा रहा है।

प्रदूषण के आए हैं कई मामले 
परवाणु शहर में पर्यावरण के साथ खिलवाड़ करने के कई मामले आए हैं जिसमें नदियों में कैमिकल बहना, नालों में कचरा फैंकना व औद्योगिक कचरे को आग लगाना जैसे मामले शामिल हैं। हैरानी की बात है कि प्रदूषण बोर्ड आंखें मंूदे बैठा था। जब कोर्ट से ऐसे उद्योगों के खिलाफ शिकंजा कसने के आदेश जारी हुए तो प्रदूषण बोर्ड की नींद भी खुल गई।

चूल्हा उद्योगों पर बोर्ड अभी भी मेहरबान  
शहर में सबसे अधिक पर्यावरण के साथ खिलवाड़ यहां पर लगे चूल्हा उद्योग कर रहे हैं। प्रदूषण बोर्ड इन चूल्हा उद्योगों पर अभी भी मेहरबान दिख रहा है। इस कारण अभी तक इन उद्योगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।