कैसे हो यहां बच्चों की सुरक्षा, जब स्कूलों के पास बसें ही नहीं

Sunday, Mar 18, 2018 - 10:12 AM (IST)

पालमपुर: भले ही शासन प्रशासन तथा न्यायिक व्यवस्था द्वारा निजी स्कूलों में बच्चों को लाए जाने के लिए स्कूल वाहन के लिए नियम निर्धारित किए गए हैं परंतु पालमपुर क्षेत्र के अधिकांश निजी स्कूल बच्चों को लाने वाले वाहनों की उपलब्धता का दारोमदार अभिभावकों पर ही छोड़े हुए हैं। कुछेक स्कूलों को छोड़कर अन्य निजी स्कूलों के पास अपनी स्कूल बसें तक नहीं हैं। जिन स्कूलों के पास निजी स्कूल बसें हैं वह भी पर्याप्त संख्या में नहीं है, ऐसे में टैक्सियों में बच्चों को ठूंस-ठूंस कर लाया जा रहा है। जिससे उनकी जान को हर समय खतरा बना हुआ है। यह खुलासा रोड सेफ्टी को लेकर पालमपुर प्रशासन द्वारा आयोजित बैठक में हुआ। 


अभिभावक अपने बच्चों को लाने के लिए वाहनों की व्यवस्था करते हैं
स्कूल संचालक भी मान रहे हैं कि उनके पास पर्याप्त ट्रांसपोर्टेशन सुविधा नहीं है तथा अभिभावक अपने स्तर पर ही बच्चों को लाने के लिए वाहनों की व्यवस्था करते हैं, ऐसे में अब प्रशासन इस कोताही भरी कवायद से कड़ाई से निपटेगा। प्रशासन ने सभी स्कूल संचालकों को 20 दिन में माइक्रो प्लान तैयार कर प्रशासन को सौंपने को कहा है जिसके आधार पर प्रशासन आगामी कार्रवाई करेगा। बैठक में प्रशासन ने स्कूलों से ट्रांसपोर्टेशन के लिए एरिया वाइज डिमांड देने को कहा है ताकि परिवहन निगम की बसों को बच्चों को सुरक्षित स्कूल तक पहुंचाने के लिए उपलब्ध करवाया जा सके। प्रशासन ने स्कूल संचालकों को इस बात को सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए कि बच्चों को स्कूल परिसर में ही वाहन ड्रॉप करें न कि सड़क किनारे। 
 

Punjab Kesari