मातृभूमि के लिए जान न्यौछावर करने वाले कारगिल शहीद का ऐसा अपमान

Monday, Mar 06, 2017 - 02:12 PM (IST)

नालागढ़ (सोलन): जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों से लोहा लेते मातृभूमि के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले हिमाचल के सोलन जिले की खेड़ा पंचायत के सूबेदार तारा चंद की प्रतिमा को शरारती तत्वों ने तोड़ कर नुकसान पहुंचाया है। जानकारी के मुताबिक इस घटना से परिजनों और क्षेत्रवासियों में भारी रोष पनप रहा है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि खेड़ा में राष्ट्रीय उच्च मार्ग 105 पर शहीद की प्रतिमा स्थापित है। 4 मार्च को उनके शहीदी दिवस के दिन ही शरारती तत्वों ने रात के अंधेरे में तोड़-फोड़ की है।


शरारती तत्वों के खिलाफ की जानी चाहिए सख्त कार्रवाई
परिजनों और लोगों की ओर से पुलिस शिकायत में कहा गया है कि हर साल शहीदी दिवस के दिन प्रतिमा को श्रद्धांजलि दी जाती है। जैसे ही उनके परिजन प्रतिमा के पास श्रद्धांजलि देने पहुंचे तो उन्होंने देखा कि प्रतिमा से छेड़छाड़ की हुई है। वहीं दूसरी ओर शहीद तारा चंद के बेटे नरेंद्र कुमार ने सरकार से मांग की है कि शरारती तत्वों को खोजकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। डीएसपी साहिल अरोड़ा ने कहा कि शिकायत के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उल्लेखनीय है कि कारगिल युद्ध के बाद तनावपूर्ण माहौल के दौरान नरेंद्र कुमार के पिता तारा चंद की पोस्टिंग बारामूला में थी। 4 मार्च 2001 को ड्यूटी के दौरान कुछ आतंकियों ने उनके ट्रप पर हमला बोल दिया। इस दौरान तारा चंद को गोली लगी और वह शहीद हो गए।


परिजनों को यह भी पछतावा
परिजनों को पछतावा है कि 16 साल बीत जाने पर आज तक शहीद परिवार के किसी भी सदस्य को कोई नौकरी और अन्य सहायता नहीं मिली है। हालांकि, सरकार ने शहीद तारा चंद के नाम पर ग्राम पंचायत खेड़ा में स्कूल का नामकरण किया है, जिसे अपग्रेड भी कर दिया है। लेकिन शहीद के परिवार की कोई विशेष मदद नहीं की है।