बाढ़ नहीं कर पाई झील में छेद, नौकाएं लगी तैरनें

Saturday, Oct 24, 2020 - 12:00 PM (IST)

पालमपुर (भृगु) : 2 बार बाढ़ सौरभ वन विहार की झील में छेद नहीं कर पाई। झील में पानी का टिके रहना यह सिद्ध कर रहा है कि झील के आसपास के कार्य को हानि तो पहुंची थी परंतु झील पूरी तरह से सुरक्षित रही। भारी-भरकम पत्थर तथा टनो मलबा आने के बाद भी झील सुरक्षित है। आशंका जताई जा रही थी कि 2 बार बाढ़ के कारण सौरव वन बिहार में बनी कृत्रिम झील को हानि पहुंची हो सकती है परंतु पिछले कई दिनों से झील में भरा पानी जस का तस बना रहा। यानी कि झील में किसी प्रकार की बड़ी लीकेज सामने नहीं आई है। इसके बाद अब झील में नौकायें डाल दी गई है तथा नौकाएं भी पानी पर अच्छी तरह से चल रही है। यानी कि 15 नवम्बर से सौरभ वन विहार को औपचारिक रूप से खोले जाने का पहला चरण सफल होता दिख रहा है। 

तबाही को पीछे छोड़ अब सौरभ वन विहार संवरने लगा है। रौनक लौटने लगी हैं। लोग यहां पहुंचना आरंभ हो गए हैं। कृत्रिम झील में बोटिंग सौरभ वन विहार का पहले भी प्रमुख आकर्षण रही है। ऐसे में अब 4 नई नौकाएं मंगवा कर झील में डाल दी गई है ताकि पर्यटक यहां आकर नौका विहार का आनंद ले सकें। सौरभ वन विहार प्रबंधन समिति द्वारा 2 तथा 4 सीटर पेडल बोट झील में डाली गई है। विदित रहे कि सौरभ वन विहार में कारगिल दृश्यवली को लेकर तैयार रॉक गार्डन तथा शहीद को समर्पित स्टैचू स्थल पहले ही पूरी तरह से सुरक्षित है। ऐसे में अब रास्ते आदि को बनाकर सौरभ वन विहार को 15 नवम्बर से आरंभ किए जाने की तैयारी है। कुछ दिन पहले मुख्य अरण्पाल ने भी सौरव वन विहार का का दौरा कर सारी स्थिति की समीक्षा की थी। उन्होंने कहा था कि 15 नवम्बर से औपचारिक रूप से टिकट लेकर बैठक तथा आगंतुका सौरव वन विहार आ सकेंगे।
 

prashant sharma