ऐतिहासिक पड्डल मैदान को मिलेगा नया स्वरूप, HPCA करने जा रहा यह खास इंतजाम (Video)

Wednesday, Jul 11, 2018 - 04:35 PM (IST)

मंडी (नीरज): हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने मंडी शहर के ऐतिहासिक पड्डल मैदान को संवारने का बीड़ा उठाया है। इसके लिए एचपीसीए ने हिमाचल प्रदेश खेल परिषद के साथ वार्ता करने के बाद जिला प्रशासन के साथ औपचारिकताएं पूरी करने का काम शुरू कर दिया है। पड्डल मैदान में एचपीसीए क्रिकेट की पिच भी बनाने जा रहा है। इसको मैदान के ऐसे स्थान पर बनाया जाएगा ताकि न तो इसे कोई नुकसान पहुंचे और न ही अन्य खेल गतिविधियां इससे प्रभावित हो सकें। पूरे मैदान पर विशेष तरह की घास उगाई जाएगी जिसका बीज विदेश से मंगवाया जा रहा है। यह घास मैदान में होने वाली हर खेल गतिविधि के लिए सहायक होगी और इसे किसी प्रकार का कोई नुकसान भी नहीं पहुंचेगा।


मैदान को तीन भागों में इस प्रकार से विभाजित करने की योजना है ताकि यहां क्रिकेट के टूर्नामेंट भी हो सकें, फुटबाल के भी और हॉकी के भी। इन खेलों के लिए बड़े मैदान की जरूरत होती है जबकि अन्य गतिविधियों के लिए भी मैदान का इस्तेमाल किया जा सकेगा। एचपीसीए के मंडी जिलाध्यक्ष अजय राणा ने बताया कि पहले मैदान को और ज्यादा समतल किया जाएगा और उसके बाद इसपर घास उगाकर पिच बनाई जाएगी। पिच के लिए एचपीसीए के क्यूरेटर निरीक्षण कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि मैदान को नया स्वरूप देने के लिए जो मशीनरी इस्तेमाल होगी उसकी कीमत ही डेढ़ करोड़ से अधिक की है जबकि बाकी खर्चा अलग से होगा। यह सारा खर्च एचपीसीए अपने स्तर पर करने जा रही है।


मैदान को नया स्वरूप मिलने से यहां वो पुराने दिन लौटने की पूरी संभावना है जब यहां रणजी ट्रॉफी के मैच हुआ करते थे। लेकिन समय के साथ यह प्रथा बंद हो गई और दशकों से पड्डल मैदान रणजी ट्रॉफी के आयोजन का गवाह नहीं बन सका। वहीं मैदान को नया स्वरूप मिलने से और यहां विशेष प्रकार की घास उगाने से उन खिलाड़ियों को भी लाभ मिलेगा जो यहां प्रेक्टिस करने के लिए आते हैं। अजय राणा ने बताया कि प्रशासन के साथ सभी प्रकार की औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है और इसके बाद मैदान के सौंदर्यीकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। 


उन्होंने स्पष्ट किया कि मैदान पूरी तरह से खेल विभाग और जिला प्रशासन के अधीन ही रहेगा और एचपीसीए सिर्फ इसके रखरखाव का काम देखेगा। बता दें कि अभी हालही में जिला प्रशासन ने लोक निर्माण विभाग के माध्यम से करीब डेढ़ करोड़ रूपए खर्च करके मैदान की मुरम्मत की है। मैदान में पानी की निकासी के पूरे प्रबंध किए गए हैं। अब आगे के काम के लिए मैदान को एचपीसीए के हवाले किया जा रहा है ताकि इसे और बेहतर बनाया जा सके।​

Ekta