हिमाचल ने जीती राष्ट्रीय महिला हैंडबॉल चैम्पियनशिप

Thursday, Mar 25, 2021 - 12:05 PM (IST)

बिलासपुर : 49 वीं राष्ट्रीय महिला हैंडबॉल चैम्पियनशिप का फाइनल मैच रविवार को बरेली खेल स्टेडियम में भारतीय रेलवे और हिमाचल प्रदेश की टीम के बीच खेला गया, जिसमें हिमाचल की टीम विजेता रही। बुधवार को मोरसिंघी में खिलाड़ियों के सम्मान में एक समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें पूर्व जिला परिषद पुरूषोत्तम ने शिरकत की। उन्होंने विजेता खिलाड़ियों को सम्मानित किया और खिलाड़ियों की कोच स्नेहलता को खिलाड़ियों के विजय होने पर बधाई दी। बता दें हिमाचल की टीम का फाइनल मुकाबला भारतीय रेलवे की टीम के साथ हुआ था, जिसमें हिमाचल की टीम ने चार गोल से जीत हासिल की थी। इस प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश व हरियाणा की टीमें तीसरे स्थान पर रहीं। जिला ओलंपिक संघ की ओर से आयोजित पांच दिवसीय 49 वीं राष्ट्रीय सीनियर महिला हैंडबॉल चैम्पियनशिप के रोमांचक खेलों का रविवार को बरेली के खेल स्टेडियम में समापन हुआ था। इन खेलों की शुरुआत 17 मार्च को इंवर्टिस यूनिवर्सिटी में लीग मैच के साथ हुई थी। इस प्रतियोगिता में देशभर की 27 से ज्यादा टीमों ने हिस्सा लिया था। 
इस सम्मान समारोह का आयोजन घुमारवीं के युवा वर्ग और मोरसिंघी पंचयात के अंतर्गत आने वाले गाँव बछड़ी के स्थानीय लोगों ने किया। 

इस टीम में निधि शर्मा सोलन (कप्तान), शालिनी ठाकुर बिलासपुर, दीक्षा बिलासपुर, प्रियंका बिलासपुर, भावना सोलन, मिताली मंडी, महिमा ठाकुर मण्डी, बिपन प्रीत कौर हमीरपुर, दीपशिखा मंडी, शिवानी हमीरपुर, हर्षा ठाकुर मंडी, मुश्कान बिलासपुर, शिवानी सोलन, मीना सोलन, खीला कुल्लू , मनीषा सोलन ने हिस्सा लिया। इनमें से 4 खिलाड़ी निधि, प्रियंका, दीक्षा, खिला देवी 18 वी एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी है, और खिला देवी वर्तमान में स्पोर्ट कोटे में सब इंस्पेक्टर के पद पर डरोह में अपनी सेवाएं दे रही है। स्थानीय लोगो भगत राम, इंद्र शर्मा, रोशन, शहजाद चैहान, संजीव शर्मा, पवन, देशराज राजेश, जगदीश ठाकुर, बाबू राम ने बताया कि स्नेहलता ने अपने घर के पास ही एक हैंडबॉल मैदान का निर्माण किया और उनके पास दूर दराज क्षेत्रों के खिलाड़ी खेल सींखने के लिए आते है। पिछले साल लगे लॉकडाउन में इन बच्चों ने खूब मेहनत की और आज ये उसी मेहनत का फल है जो इन बच्चों ने यह खिताब अपने नाम किया। लोगो का कहना है कि अभी स्नेहलता और उनके पति सचिन जो रेलवे में अपनी सेवाएं दे रहे वह अपने खर्च से इन बच्चों को सीखा रहे हैं, अगर सरकार इन बच्चों के बारे में थोड़ा सोचे तो यह देश विदेश में अच्छा खेल दिखा सकते हैं और अच्छे पदों पर अपनी सेवाएं दे सकते हैं।
 

Content Writer

prashant sharma