CM जयराम बोले-स्वस्थ और सेहत वाले पर्यटन केंद्रों के रूप में विकसित होगा हिमाचल

Sunday, Nov 11, 2018 - 10:40 PM (IST)

शिमला: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश को स्वास्थ्य और अच्छी सेहत वाले पर्यटन केंद्रों के रूप में विकसित करेगी। उन्होंने कहा कि इस दिशा में पहल करते हुए सरकार ने मंडी जिले के जंजैहली में वैलनैस और हैल्थ टूरिज्म सैंटर शुरू करने का फैसला लिया है। इसी प्रकार अन्य क्षेत्रों जैसे सोझा, झटींगरी, राजगढ़ व बीड़ बिलिंग आदि क्षेत्रों को भी इसी तर्ज पर विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में पर्यटन के सतत विकास व मौजूदा पारिस्थितिकी और पर्यावरण को बनाए रखते हुए पर्यटन क्षेत्र में अधोसंरचना के विकास के लिए निजी क्षेत्र को बढ़ावा देगी। मुख्यमंत्री रविवार को चंडीगढ़ में आयोजित भारतीय पर्यटन कार्यशाला के समापन सत्र में बोल रहे थे। सम्मेलन का आयोजन सैंटर फॉर इकॉनोमिक पॉलिसी रिसर्च चंडीगढ़ द्वारा एच.पी.टी.डी.सी., हरियाणा टूरिज्म, उत्तर प्रदेश टूरिज्म, पंजाब टूरिज्म और उत्तराखंड टूरिज्म के सहयोग से किया गया था।

उड़ान-2 में हिमाचल के 6 गंतव्य शामिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में 6 गंतव्यों बद्दी, शिमला, रामपुर, नाथपा-झाकड़ी, मंडी और मनाली को उड़ान-2 में शामिल किया गया है। हाल ही में सरकार तथा पंजाब सरकार के बीच श्री आनंदपुर साहिब और श्री नयनादेवी जी के बीच रोप-वे बनाने के लिए समझौता ज्ञापन में हस्ताक्षर हुए हैं। इस रोप-वे का निर्माण वर्ष 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों में बेहतर सड़क सुविधा सुनिश्चित करवाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं तथा प्रदेश के तीन हवाई अड्डों का विस्तार करके बेहतर हवाई कनैक्टीविटी सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

‘नई राहें-नई मंजिलें’ नामक योजना आरंभ
उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में प्रदेश के अनछुए पर्यटन स्थलों को विकसित करने के लिए 50 करोड़ रुपए के बजटीय प्रावधान से ‘नई राहें-नई मंजिलें’ नामक योजना आरंभ की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार प्रदेश में पर्यटन अधोसंरचनात्मक परियोजनाएं जैसे सड़कों, रिजॉर्ट, मनोरंजन पार्क, गोल्फ कोर्स तथा फिल्म सिटी आदि के निर्माण के लिए सरकारी निजी सहभागिता पर बल दे रही है।

100 करोड़ का हिमालयन सर्किट स्वीकृत
उन्होंने कहा कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने ‘स्वदेश दर्शन कार्यक्रम’ के तहत प्रदेश के लिए 100 करोड़ रुपए का हिमालयन सर्किट स्वीकृत किया है, जिसका कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले दो नए सॢकट प्रस्तावित किए हैं जोकि ईको टूरिज्म तथा साहसिक और धार्मिक सर्किट होंगे।

चिंतपूर्णी मंदिर के लिए 50 करोड़ रुपए की परियोजना स्वीकृत
उन्होंने कहा कि पर्यटन मंत्रालय ने ‘प्रसाद’ योजना के अन्तर्गत ऊना जिले में माता चिंतपूर्णी मंदिर के लिए 50 करोड़ रुपए की परियोजना स्वीकृत की है। विधायक राकेश जम्वाल तथा परमजीत सिंह पम्मी, हिमाचल प्रदेश जल प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष दर्शन सिंह सैनी, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन राम सुभग सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान निजी सचिव विनय सिंह तथा अन्य गण्यमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Vijay