हिमाचल ने BBMB से मांगा बकाया एरियर, CM जयराम ने की यह मांग

Sunday, Oct 14, 2018 - 10:39 AM (IST)

शिमला (देवेंद्र): मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड (बी.बी.एम.बी.) को हिमाचल की हिस्सेदारी का जल्द भुगतान करने को कहा है। बी.बी.एम.बी. के चेयरमैन डी.के. शर्मा से शनिवार को शिमला में मुलाकात के दौरान जयराम ठाकुर ने राज्य की बिजली की हिस्सेदारी, प्रदेश के हित सुरक्षित रखने और पुरानी बकाया राशि के भुगतान को लेकर बात की। इस पर बी.बी.एम.बी. के चेयरमैन ने बताया कि 27 सितम्बर 2011 के बाद से प्रदेश को 7.19 फीसदी की दर से बिजली दी जा रही है। इससे पहले की हिस्सेदारी का मामला अभी कोर्ट में विचाराधीन है। बी.बी.एम.बी. इसे अपने स्तर पर नहीं दे पाएगा। सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार का फैसला आने के बाद इसे लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

जयराम ने बी.बी.एम.बी. से ट्रांसमिशन लॉस को भी कम करने की बात कही। वर्तमान में ट्रांसमिशन पर ज्यादा खर्च की वजह से हिमाचल को नुक्सान हो रहा है। बी.बी.एम.बी. मामले को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा सुप्रीम कोर्ट में 29-7-2013 व 7-10-2013 को दायर हल्फनामे के तहत हिमाचल की हिस्सेदारी चक्रवृद्धि ब्याज सहित 3996.97 करोड़ रुपए दर्शाई गई है। सुप्रीम कोर्ट ने भी 27-9-2011 को हिमाचल के पक्ष में फैसला दिया और बी.बी.एम.बी. की तरफ से परिचालित विद्युत परियोजनाओं में हिमाचल की हिस्सेदारी 7.19 फीसदी तय की। यह हिस्सेदारी 27 सितम्बर 2011 से प्रदेश को मिलनी शुरू हो गई है लेकिन हिमाचल प्रदेश 2011 से पहले का एरियर चुकाने की मांग कर रहा है। बी.बी.एम.बी. मामले को सत्ता में रही सरकारें कई बार विभिन्न मंचों पर उठा चुकी हैं। 

मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन के अलावा उत्तरी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भी यह मामला कई बार गूंज चुका है, वहीं प्रदेश सरकार एरियर वसूली के लिए नए फॉर्मूले पर भी विचार कर रही है। इस फॉर्मूले के तहत बी.बी.एम.बी. से पैसा लेने के बजाय आगामी कुछ सालों तक बिजली ही ली जा सकती है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाटर टूरिज्म को राज्य में बढ़ावा देने के लिए बी.बी.एम.बी. से आगे आने को कहा। वाटर टूरिज्म के तहत सैलानियों को विभिन्न विद्युत परियोजनाओं, बांध इत्यादि तक ले जाने का प्रयास किया जाएगा ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। बी.बी.एम.बी. चेयरमैन डी.के शर्मा ने बताया कि प्रदेश में वाटन टूरिज्म की संभावनाओं को देखा जाएगा। 

वाटर टूरिज्म को राज्य में बढ़ावा देने की मांग
इस दौरान मुख्यमंत्री ने वाटर टूरिज्म को राज्य में बढ़ावा देने के लिए बी.बी.एम.बी. से आगे आने को कहा। वाटर टूरिज्म के तहत सैलानियों को विभिन्न विद्युत परियोजनाओं, बांध इत्यादि तक लेजाने का प्रयास किया जाएगा ताकि पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सके। बी.बी.एम.बी. चेयरमैन डी.के. शर्मा ने बताया कि प्रदेश में वाटर टूरिज्म की संभावनाओं को देखा जाएगा। इसके बाद राज्य सरकार के साथ मिलकर वाटर टूरिज्म को बढ़ावा देने को प्रयास होंगे।

Ekta