हिमाचल के इन स्कूलों को बंद करने की तैयारी में सरकार

Wednesday, Feb 22, 2017 - 05:09 PM (IST)

शिमला: 5 विद्यार्थियों से कम संख्या वाले इन सरकारी प्राइमरी स्कूलों को बंद करने की सरकार तैयारी कर रही है। दरअसल 99 सरकारी प्राइमरी स्कूल बंद करने के बाद अब प्रदेश में 10 विद्यार्थियों से कम संख्या वाले स्कूलों को बंद किया जाएगा। गुणात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने सरकार को यह प्रस्ताव भेज दिया है, वहीं स्कूलों में मर्ज होने वाले बच्चों को आराम से नए स्कूल तक पहुंचने के लिए ट्रांसपोर्ट अलाउंस देने की योजना भी बनाई गई है।


10 से कम संख्या वाले स्कूल होंगे बंद
निदेशालय का तर्क है कि वर्तमान में कई स्कूलों में बच्चे कम होने से ग्रुप लर्निंग का माहौल नहीं बन पा रहा है। ऐसे में कम विद्यार्थियों की संख्या वाले स्कूलों को दूसरे स्कूलों में मर्ज किया जाना चाहिए। इसे लेकर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद ही लिया जाएगा। प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश में करीब 250 ऐसे स्कूल की पहचान की है, जहां विद्यार्थियों की संख्या 10 से कम है। इन स्कूलों के आस-पास अन्य स्कूल भी मौजूद हैं।


विद्यार्थियों को किया जाएगा शिफ्ट, मिलेगा ट्रांसपोर्ट अलाउंस
स्कूल मर्ज होने से विद्यार्थियों को दूसरे स्कूल तक जाने में परेशानी न हो, इसके लिए ट्रांसपोर्ट अलाउंस देने का प्रावधान किया गया है। 200 से 300 रुपए प्रतिमाह तक धनराशि देने की निदेशालय ने योजना बनाई है। मर्ज किए जाने वाले स्कूलों के शिक्षकों और अन्य स्टाफ को रिक्त पदों वाले स्कूलों में नियुक्ति दी जाएगी। वहीं विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए प्रतिस्पर्धा का माहौल भी मिलेगा।


चुनावी साल में फैसला लेना आसान नहीं
10 विद्यार्थियों से कम संख्या वाले सरकारी स्कूलों को बंद करने का फैसला लेना सरकार के लिए चुनावी साल में आसान होगा। जिन क्षेत्रों के स्कूल बंद होंगे, वहां के लोगों के गुस्से का सरकार को सामना करना पड़ सरता है।