मंडी में पहली अप्रैल से काम करना आरम्भ करेगा हिमाचल का दूसरा राज्य विश्वविद्यालय : शिक्षा मंत्री

punjabkesari.in Tuesday, Feb 15, 2022 - 04:24 PM (IST)

मंडी : शिक्षा एवं भाषा संस्कृति मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि मंडी में हिमाचल प्रदेश का दूसरा राज्य विश्वविद्यालय पहली अप्रैल 2022 से काम करना आरम्भ कर देगा। उन्होंने बताया कि सोमवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में इसे लेकर निर्णय लिया गया है। शिक्षा मंत्री मंगलवार को ठाकुर राम सिंह राज्य स्तरीय जयंती समारोह के उपलक्ष्य में राजकीय वल्लभ महाविद्यालय मंडी में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। 

हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी और ठाकुर जग देव चंद इतिहास शोध संस्थान नेरी, हमीरपुर व वल्लभ कॉलेज द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस कार्यक्रम में ‘मंडी जनपद का इतिहास एवं लोक संस्कृति‘ विषय पर शोध पत्र वाचन एवं परिचर्चा की गई। विवेकानंद कॉलेज ऑफ एजुकेशन लखनपुर जम्मू के अध्यक्ष डॉ सुदर्शन गुप्ता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। गोविंद ठाकुर ने कहा कि भारत के इतिहास को प्रमाणिक तथ्यों और सही परिप्रेक्ष्य में पुनः स्थापित करने में ठाकुर राम सिंह का योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने आशा जताई कि कार्यक्रम में प्रस्तुत शोध पत्र  वैज्ञानिक और तार्किक अनुसंधान के मानकों पर खरा उतरते हुए सभी को मंडी के अप्रकाशित इतिहास से वाकिफ कराएंगे। 

उन्होंने कहा कि लोक संस्कृति और लोक गाथाओं के शोध व संकलन से इनमें व्यक्त मंडी जनपद के इतिहास की जानकारी मिलेगी जो सभी के लिए लाभप्रद होगी। उन्होंने इस समाज हितैषी पहल के लिए भाषा अकादमी और नेरी शोध संस्थान के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इतिहास शोध संस्थान नेरी ठाकुर राम सिंह जी की तपस्या का परिणाम है। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री ने डॉ चेत राम गर्ग द्वारा संपादित पुस्तक ‘पावन पत्राचार- ठाकुर राम सिंह को संबोधित श्री गुरु जी एवं एकनाथ जी रानडे के पत्र‘ का विमोचन भी किया। उन्होंने मंडी की कला, संस्कृति और इतिहास को भाषा अकादमी के सहयोग से संजोने और बढ़ावा देने के शानदार काम के लिए मंडी के दो लोक संस्कृति कर्मियों दीक्षा शर्मा और पारुल को सम्मानित किया। 

कार्यक्रम में बीज व्याख्यान देते हुए ठाकुर जग देव चंद इतिहास शोध संस्थान नेरी, हमीरपुर के निदेशक डॉ. चेत राम गर्ग ने ठाकुर राम सिंह के जीवन वृत्त और कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि ठाकुर राम सिंह ने भारत के इतिहास को भारतीय विचार, दर्शन और दृष्टि के अनुरूप समझने-लिखने का काम किया है। 1915 में हमीरपुर जिले में जन्मे ठाकुर राम सिंह का संपूर्ण जीवन देश-समाज को समर्पित रहा है। वे भारत के इतिहास को सटीक तथ्यों और सही स्रोतों के साथ प्रस्तुत करने के लिए जीवनपर्यंत काम करते रहे। उनका संघर्ष सभी को राह दिखाने वाला है। उनकी प्रेरणा से ही भारत और मंडी की लोक संस्कृति और इतिहास पर चर्चा का ये कार्यक्रम हो सका है। 

उन्होंने समाज के चिंतन में शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि शिक्षा ठीक होगी, तो समाज का चिंतन भी ठीक होगा। कार्यक्रम में वल्लभ कॉलेज के प्राचार्य वाई पी शर्मा ने सभी मेहमानों का स्वागत किया। इतिहास शोध संस्थान नेरी,हमीरपुर के डॉ राकेश शर्मा ने संस्थान की गतिविधियों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। भाषा अकादमी के सदस्य आचार्य मनोज शैल ने छोटी काशी मंडी के इतिहास पर शोध पत्र पढ़ा। वल्लभ कॉलेज के इतिहास विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर महेंद्र कुमार ने इतिहास के पठन-पाठन के महत्व पर प्रकाश डाला। इस मौके दीक्षा शर्मा के निर्देशन में रानी खैरगढ़ी के जीवन पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई।
 


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Content Writer

prashant sharma

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