3 दिनों से इस समस्या से जूझ रहा हिमाचल का सबसे बड़ा अस्पताल, पढ़ें खबर

Friday, Aug 10, 2018 - 06:25 PM (IST)

शिमला: आई.जी.एम.सी. में 3 दिन से पानी नहीं है। पानी की एक बूंद के लिए मरीज व तीमारदार दर-दर भटक रहे हैं। अगर एक दिन और अस्पताल में पानी नहीं आया तो यहां पर आप्रेशन लटकना तय है। हद तो यह है कि शहर को पानी की सप्लाई करने वाला नगर निगम प्रशासन जागता हुआ नजर नहीं आ रहा है। जब नगर निगम अस्पताल को ही पानी की सप्लाई नहीं कर सकता है तो शहर के लोगों के घरों के लिए तो पानी की सप्लाई करना दूर की बात है। पानी देने को लेकर नगर निगम के सब दावे खोखले नजर आ रहे हैं। इन दिनों आई.जी.एम.सी. के लिए पानी टैंकरों में ढोया जा रहा है। प्रशासन ने अब स्वयं पानी ढोने का जिम्मा संभाला है। आई.जी.एम.सी. की अगर बात की जाए तो यहां पर सबसे ज्यादा पानी की जरूरत आप्रेशन थिएटर में होती है। आई.जी.एम.सी. के आपातकालीन ओ.टी. के बाहर इन दिनों पानी के नल शोपीस बनकर रह गए हैं।

मरीजों के लिए बाजारों से खरीदा जा रहा पानी
आई.जी.एम.सी. में मरीजों के लिए पानी बाजारों से खरीदा जा रहा है। तीमारदार व मरीज पानी की बोतलें खरीद रहे हैं। जिन पैसों से मरीजों ने दावाइयां खरीदनी थीं उन पैसों को तीमारदार अब पानी खरीदने में खर्च कर रहे हैं। बाजार में पानी की एक बोतल 20 रुपए की है। तीमारदार और मरीज दिन की कम से कम 10 बोतलें तो खरीद ही रहे हंै, ऐसे में उन्हें 200 रुपए तो पानी के ही देने पड़ रहे हैं।

आई.जी.एम.सी. में पानी ढोने के लिए लगाया टैंकर
आई.जी.एम.सी. के  एम.एस. डा. जनक राज ने बताया कि अस्पताल में पानी नहीं आ रहा है। हमने पानी ढोने के लिए टैंकर लगाए हैं। फिलहाल अस्पताल में आप्रेशन नहीं रुके हैं। कोशिश की जा रही है कि मरीजों को कोई दिक्कतें न आएं, ऐसे में प्रशासन ने स्यवं ही पानी ढोने का जिम्मा संभाला है। नगर निगम को पानी न आने के बारे में अवगत करवा दिया गया है। बताया जा रहा है कि किसी जगह पर पानी की पाइप फट गई है। जिसकी वजह से अस्पताल के लिए पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है।

Vijay