हिमाचल की इन बेटियों पर हर किसी को नाज

Thursday, Jan 12, 2017 - 10:52 PM (IST)

शिमला: मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। यह शेर हिमाचल प्रदेश की उन बेटियों पर सटीक बैठता है जिन्होंने शारीरिक अक्षमता या साधनों की कमी के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और मंजिल की तलाश में आगे बढ़ती रहीं। हमें प्रदेश की इन बेटियों पर नाज है। अगर हौसले बुलंद हों और दिल में कुछ करने की ललक हो तो कोई भी बाधा मंजिल तक पहुंचने से नहीं रोक सकती। ऐसा ही उदाहरण पेश किया है कुल्लू की दृष्टिबाधित पायल, मशोबरा की नेहा और ऊना की रजिया शान ने।

आंखों से न सही आवाज से रोशन हुआ जहां 
जिला कुल्लू के मुख्यालय स्थित सुल्तानपुर में सीनियर सैकेंडरी स्कूल की दृष्टिहीन छात्रा पायल जल्द ही बड़े पर्दे पर अपनी आवाज का जादू बिखेरेगी। छठी कक्षा में पढऩे वाली छात्रा पायल 17 जनवरी को मुम्बई में होने वाले सारेगामापा के कार्यक्रम में भाग लेगी। छात्रा पायल ने इससे पहले चंडीगढ़ में हुए ऑडीशन में अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर चौथे राऊंड में प्रवेश कर लिया है और उसकी इस बेहतरीन प्रतिभा को देखते हुए सारेगामापा के निर्णायक मंडल ने उसे इस शो के लिए चयनित किया। पायल इससे पहले सहारा टी.वी. और राज्य स्तरीय वॉयस ऑफ  हिमाचल प्रतियोगिता में विजेता का खिताब जीत चुकी है। 

पिता चलाते हैं ऑटो रिक्शा
छात्रा पायल के पिता तेजेंद्र कुल्लू में ऑटो रिक्शा चलाकर अपना परिवार पाल रहे हैं जबकि उसकी माता सुनीता गृहिणी है। पायल की माता सुनीता ने बताया कि उनकी बेटी ने 6 साल की उम्र से ही गाना शुरू कर दिया था। बेशक भगवान ने उनकी बेटी को आंखें नहीं दी हैं लेकिन आवाज के रूप में उन्होंने उनकी बेटी को अपना आशीर्वाद दिया है। पायल कई बार पहले अकेले में ही गुनगुनाती रहती थी लेकिन बाद में उन्होंने उसकी प्रतिभा को निखारना शुरू किया और सुल्तानपुर स्कूल में संगीत की अध्यापिका रेणुका आचार्य के सान्निध्य में उसकी प्रतिभा को और पंख लगने शुरू हो गए। 

‘दिल है हिंदुस्तानी’ में चमकी किसान की बेटी
 शिमला जिला के मशोबरा के क्यारकोटी गांव की नेहा दीक्षित जल्द ही स्टार प्लस के सिंगिंग रियलिटी शो ‘दिल है हिंदुस्तानी’ में अपनी आवाज का जादू बिखेरती नजर आएगी। क्यारकोटी स्कूल में जमा एक कक्षा में पढऩे वाली नेहा का शो के लिए चयन हो गया है। 3 ऑडीशन पास करने के बाद अब नेहा मुंबई में प्रतिभा दिखाएगी। हिमाचल से वह इकलौती महिला प्रतिभागी है जो इस शो में नजर आएगी। इसके अलावा नेहा सोनी टी.वी. के इंडियन आइडल शो के भी 2 राऊंड पास कर चुकी थी लेकिन अब स्टार प्लस के लिए चयन होने के बाद उसे 3 राऊंड छोडऩे पड़े हैं। शो के दौरान विशेषकर संगीतकार विशाल ने नेहा की सिंगिंग खूब सराहा है और कहा है कि नेहा में प्लेबैक सिंगर बनने के सभी गुर हैं।

स्कूल में सांस्कृतिक कार्यक्रमों से बढ़ी रुचि
 नेहा का कहना है कि स्कूल में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के बाद उसकी गायकी में रुचि बढ़ गई। इसके बाद शिमला समर फैस्टीवल में भी परफॉर्मैंस दी। किसान परिवार की बेटी नेहा 3 साल से गायकी की बारीकियां सीख रही है। पिता राकेश चंद खेतीबाड़ी करते हैं। उनका कहना है कि नेहा न्यू शिमला में प्रेम प्रकाश झाल्टा की संगीत अकादमी से गाना सीख रही है। उन्होंने कहा कि पैसों की कमी तो है लेकिन वह बेटी का सपना पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।

बैंड मास्टर की बेटी गायकी में मास्टर
लोगों की शादी समारोहों सहित अन्य खुशी के मौकों पर बैंड बजाने वाले ऊना जिला के वनगढ़ गांव के शान मोहम्मद और मनरेगा में कार्य कर गुजर-बसर करने वाली भोली शान की छोटी बेटी (17) साल की रजिया कई चैनलों पर अपनी गायकी का हुनर दिखाने के बाद अब स्टार प्लस के कार्यक्रम दिल है हिंदोस्तानी में गायकी की छटा बिखेर रही है। स्टार प्लस का क्रू न केवल उसके गांव बल्कि उसके स्कूल पहुंच कर भी उसकी जिंदगी के बारे में विडियो शूट कर चुका है, वहीं इससे पहले रजिया एम.एच. वन के रियलिटी शो आवाज पंजाब दी में भी उपविजेता रह चुकी है। इसके अलावा बी.सी.एन. चैनल के सिंगिंग रियलिटी शो में वह प्रथम पुरस्कार भी पा चुकी है।

अच्छा मुकाम हासिल करना है रजिया का सपना
13 साल की उम्र से शिवालिक एवन्यू में रहने वाले अपने गुरुसी.एच. परमहंज आहूजा से गायकी की शिक्षा लेकर अब रजिया न केवल अपने परिवार बल्कि ऊना जिला सहित हिमाचल का नाम रोशन कर रही है। शूट से छुट्टी के दौरान ऊना पहुंची रजिया ने बताया कि उसका परिवार तंगहाली में है लेकिन वह कोई अच्छा मुकाम हासिल करना चाहती है।