हिमाचल पुलिस को मिले 51 नए आरक्षी और एक डी.एस.पी.

Saturday, Dec 16, 2017 - 02:20 AM (IST)

डरोह: पुलिस प्रशिक्षण महाविद्यालय डरोह में 51 आरक्षियों तथा एक प्रोबेशनर डी.एस.पी. का दीक्षांत समारोह मनाया गया। समारोह में जे.पी. सिंह डी.आई.जी. नॉर्थ रेंज ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत। विभिन्न जिलों से एक वर्ष का प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके 51 आरक्षियों जिनमें 5 महिला आरक्षी, 16 पुरुष आरक्षी व 30 भूतपूर्व सैनिक आरक्षी शामिल रहे। इस मौके पर नवदीक्षित आरक्षियों ने परेड कमांडर प्रोबेशनर डी.एस.पी. प्रतिभा चौहान के नेतृत्व में पासिंग आऊट परेड का आयोजन कर मुख्य अतिथि जे.पी. सिंह को सलामी दी। पी.टी.सी. के एस.पी. संतोष पटियाल ने सभी पासआऊट नव दीक्षितों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। इन सभी आरक्षियों तथा प्रोबेशनर डी.एस.पी. के प्रशिक्षण को 2 हिस्सों में बांटा गया था, जिसमें कानून एवं व्यावहारिक ज्ञान प्राप्ति के लिए आंतरिक प्रशिक्षण और शारीरिक बल एवं अन्य बाह्य विषयों के लिए बाह्य प्रशिक्षण दिया गया है। मुख्यातिथि जे.पी. सिंह ने पासआउट हुए नव दीक्षितों को पुलिस परिवार में शामिल होने पर बधाई दी।

ये हुए पास आऊट
दीक्षांत समारोह में पासआऊट होने वालों में नितेश, संदीप कुमार, लबली धीमान, प्रदीप कुमार, अनीता सूद , यामिनी भारद्वाज, मनीष कुमार, राकेश कुमार, अजय कुमार, अनिल चौहान, सुरिन्दर कुमार, मान सिंह, वकील चन्द, हर्षा रानी, हितेश कुमार, विनोद कुमार, कृष्ण, विक्रम सिंह, चमन लाल, बलविंदर सिंह, रामेश्वरी देवी, संदीप डोगरा, मोहिंदर सिंह, अंकिता शर्मा , वीरेन्द्र कुमार, राहुल, संजीव पटियाल, सुरेश कुमार, हूसन सिंह, विनोद सिंह, संजीव कुमार, राकेश कुमार, रणजीत कुमार, अजय कुमार, नरेश कुमार, मोहम्मद परवेश, घनश्याम वर्मा, कुलदीप सिंह, लाल सिंह, रजिन्दर सिंह, रोबिन, मनोज कुमार, संजय कुमार, विजय सिंह, विनोद कुमार, अशोक कुमार, नरेश भारद्वाज, रविंदर कुमार व हेमंत कुमार शामिल हैं ।  

नितेश मेहता आल राऊंट फर्स्ट
दीक्षांत समारोह में जिला शिमला के गांव धरोगड़ा के रहने वाले नितेश मेहता प्रथम वाहिनी जुन्गा को आल राऊंड व आऊटडोर फस्र्टरहने पर सम्मानित किया गया। नितेश मेहता ने बी.टैक. की शिक्षा बद्दी यूनिवर्सिटी से प्राप्त की है तथा प्रदेश पुलिस में भर्ती होने से पहले दिल्ली में प्राइवेट कंपनी में जॉब करते थे किन्तु उनका सपना प्रदेश पुलिस में शामिल होकर लोगों कि सेवा करना था इसलिए प्राइवेट नौकरी छोड़ पुलिस में भर्ती हो गए। नितेश के पिता आई.पी.एच. विभाग में कार्यरत हैं जबकि माता गृहिणी हैं। इसके अलावा तृतीय वाहिनी पंडोह मंत कुमार इंडोर प्रथम, द्वितीय वाहिनी सकोह मोहिंदर सिंह ने फायरिंग में प्रथम स्थान प्राप्त किया तथा परेड कमांडर प्रतिभा चौहान को मुख्यातिथि जे.पी. सिंह डी.आई.जी. ने स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। 

कोटखाई की बेटी बनी डी.एस.पी.
प्रदेश पुलिस में प्रशासनिक सेवाएं देकर जनता की सेवा करना मेरा सपना था जो आज पूरा हो गया। यह बात पी.टी.सी. डरोह में आयोजित दीक्षांत समारोह मे दीक्षांत परेड का नेतृत्व करने वाली प्रोबेशनर डी.एस.पी. प्रतिभा चौहान ने कही। प्रतिभा चौहान जिला शिमला के कोटखाई की रहने वाली हैं तथा पुलिस में आने से पहले इन्होंने राजकीय मैडीकल कालेज चंडीगढ़ से एम.बी.बी.एस. की पढ़ाई पूरी की थी। अपने माता-पिता के साथ कोटखाई का नाम ऊंचा कर प्रतिभा ने अनूठी मिशाल पेश की है। प्रतिभा के पिता रजिन्दर चौहान फोरैस्ट विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं जबकि माता अंजलि चौहान गृहिणी हैं। प्रतिभा चौहान ने बताया कि प्रथम प्रयास में ही उन्होंने एच.पी.एस. परीक्षा पास की है व आगे भी आई.ए.एस. परीक्षा की तैयारी कर रही हैं। दीक्षांत समारोह में प्रतिभा चौहान को परेड कमांडर के खिताब से मुख्यातिथि डी.आई.जी. नॉर्थ रेंज जे.पी. सिंह ने सम्मानित किया।