हिमाचल के इस ऐतिहासिक शहर में अब कोई नहीं रहेगा बेघर, जानिए क्यों

Saturday, Apr 29, 2017 - 04:35 PM (IST)

नाहन: हिमाचल के इस जिला के ऐतिहासिक शहर में खूबसूरत घर बनाना हर किसी का सपना है। मौसम का सुहानापन हो या शहर की सुंदरता का मोह, नाहन में हर कोई अपना घर बनाना चाहता है। लेकिन गरीब लोगों के लिए यहां यह सपना कोई चांद की ख्वाहिश करने जैसा प्रतीत होता है। बताया जाता है कि अब इसी नामुमकिन से सपने को साकार करने के लिए युनाइटनेशन डेवल्पमेंट प्रोगाम द्वारा हाऊसिंग फॉर ऑल योजना चलाई जा रही है। इसका वहन शिमला से अर्बन डेवल्पमेंट कर रहा है। इस योजना के तहत नाहन में गरीब और बीपीएल परिवारों से अपने मकान की मरम्मत के लिए आर्थिक मदद दी जा रही है। इस एवज में करीब 900 लोगों ने मकान बनाने के लिए आवेदन दिया। इसके फेस वन के लिए करीब 150 लोगों का सेलेक्शन हुआ है। यहां लोगों को 1 लाख 65 हजार रुपए की आर्थिक मदद प्रति व्यक्ति दी जा रही है। इसके अलावा जैसे-जैसे मकान का कार्य चलता रहेगा, उसके अनुसार बाकी की रकम किश्तों में दी जाएगी। खास बात यह है कि इस पूरी प्रक्रिया को गूगल मेप से जोड़ा गया है, जिसमें पात्र व्यक्ति के मकान की राशि उसके मकान में लग रही है या नहीं उसकी फोटो भी सेटेलाइट से देखी जा सकेगी।


क्या है योजना
हाऊसिंग फॉर ऑल योजना में शहरी इलाकों में गरीब परिवारों को एक पक्का मकान मुहैया करवाने एवं अपनी जमीन होते हुए टीन या छप्पर में रहने वाले लोगों को मकान बनाने के लिए राशि प्रदान की जा रही है, जिसे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चलाया जा रहा है। इसके लिए पात्र व्यक्तियों को करीब 1 लाख 65 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जा रही है। इसके लिए इस दौरान 900 लोगों के आवेदन प्राप्त हुए है, जिनमें से वन फेस के लोगों को सेलैक्ट कर लिया गया है। 


अब भूमि रहित लोगों को भी मिलेगा मकान
नगर परिषद नाहन के कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ने बताया कि इस योजना के बाद अब शहरी इलाकों में भूमि हीन व्यक्तियों के लिए भी योजना चलाई जा रही है। बताया जाता है कि ऐसे लोगों का चयन करने के लिए कलकत्ता से आई एक कंपनी सर्वे भी कर रही है, जिसमें नाहन एरिया के उन लोगों को चुना जाएगा, जो कि यहां से मूल निवासी हैं।