Himachal: तेंदुए के हमले से कांपी बल्ह घाटी, तीन गांवों में मचाई दहशत, एक की मौ/त, कई घायल
punjabkesari.in Wednesday, Dec 24, 2025 - 12:08 PM (IST)
हिमाचल डेस्क। एक जंगली शिकारी की बेकाबू प्यास ने बुधवार तड़के हिमाचल के शांत गांवों को युद्ध के मैदान में बदल दिया। जब घाटी नींद से जाग रही थी, तभी मौत बनकर आए एक तेंदुए ने तीन गांवों में भारी तबाही मचाई, जिसमें एक प्रवासी व्यक्ति को अपनी जान गंवानी पड़ी।
सुबह की पहली किरण के साथ शुरू हुआ मौत का तांडव
आमतौर पर शांति के लिए पहचानी जाने वाली बल्ह घाटी के लिए बुधवार की सुबह किसी बुरे सपने जैसी रही। जैसे ही सूरज की पहली किरणें धरती पर पड़ीं, एक हिंसक तेंदुए ने रिहायशी इलाकों में घुसपैठ कर दी। हमलावर वन्यजीव ने सबसे पहले चंडयाल बस्ती को निशाना बनाया, जहाँ अचानक हुए हमले से लोग संभल भी नहीं पाए थे कि वह भड़याल की ओर बढ़ गया। इन दोनों स्थानों पर तेंदुए के पंजों ने चार ग्रामीणों को लहूलुहान कर दिया।
मलवाणा में युवक ने तोड़ा दम
तेंदुए का अगला पड़ाव मलवाणा गाँव बना, जहाँ स्थिति और भी भयावह हो गई। यहाँ तेंदुए ने 40 वर्षीय बलवीर सिंह (भ्यूली निवासी) पर जानलेवा हमला किया। बलवीर, जो मूल रूप से मंडी का रहने वाला था और अपने करीबियों से मिलने यहाँ आया था, इस हमले में बुरी तरह जख्मी हो गया और अंततः उसने दम तोड़ दिया।
घायलों की स्थिति और चिकित्सा सहायता
इस खूनी संघर्ष में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घायलों की सूची में बिहार के साहिब सिंह सहित स्थानीय निवासी दीनानाथ, चंपा देवी, जनित और रेखा देवी शामिल हैं। सभी घायलों को तत्काल उपचार के लिए नेरचौक स्थित श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है, जहाँ डॉक्टरों की टीम उनकी देखरेख कर रही है।
जब आक्रोशित ग्रामीणों ने संभाला मोर्चा
क्षेत्र में दहशत फैलते ही ग्रामीण अपनी सुरक्षा के लिए एकजुट हो गए। डंडे और हथियारों से लैस होकर लोग सड़कों पर उतर आए। बताया जा रहा है कि आत्मरक्षा में किए गए जवाबी प्रहार के दौरान ग्रामीणों ने हिंसक हो चुके उस तेंदुए को मार गिराया। वन विभाग ने अब तेंदुए के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
शासन और प्रशासन की सक्रियता
एसडीएम बल्ह, स्मृतिका नेगी ने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पीड़ित परिवारों को प्रशासन की ओर से त्वरित वित्तीय सहायता और हर संभव मदद दी जा रही है। वहीं, मंडी के वन अधिकारी (DCF) वासु डोगर ने स्पष्ट किया कि विभाग की टीमें मौके पर मौजूद हैं और इस बात की गहन जांच की जा रही है कि जंगली जानवर अचानक इतना आक्रामक कैसे हो गया।

