हिमाचल में पहली अप्रैल से मिलेंगे डिजिटल राशनकार्ड

Tuesday, Feb 28, 2017 - 10:52 AM (IST)

धर्मशाला (जिनेश): हिमाचल प्रदेश की जनता को अप्रैल माह से डिजिटल राशन कार्ड उपलब्ध करवा दिया जाएगा तथा अब डिजिटल कार्ड के माध्यम से लोगों को राशन मुहैया होगा। यह जानकारी धर्मशाला में पत्रकार वार्ता के दौरान सोमवार को खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्री जी.एस. बाली ने दी। उन्होंने बताया कि इस योजना के शुरू होते ही फर्जी राशन कार्ड से राशन लेने वाले लोगों पर शिकंजा कसा जाएगा। बाली ने कहा कि डिजिटल कार्ड देने के बाद उचित मूल्य की दुकानों में पॉज मशीन लगाई जाएंगी, जिससे राशन कार्ड धारक अंगूठा लगाकर अपना महीने का राशन ले पाएगा। राशन लेते ही इसकी सीधी जानकारी खाद्य आपूर्ति विभाग तक पहुंच जाएगी। 


31 मार्च तक उपलब्ध करवा दिए जाएंगे सब उपभोक्ताओं को डिजिटल कार्ड 
उन्होंने कहा कि प्रदेश में साढ़े 16 लाख राशनकार्ड धारक हैं तथा डिजीटल राशन कार्ड उपलब्ध होने के बाद कम से कम 1 लाख राशन कार्ड की कमी आएगी। उन्होंने बताया कि इससे 5 लाख डिजिटल कार्ड 10 मार्च तक मिल जाएंगे तथा बाकी 5-5 लाख कार्ड 10-10 दिन के बाद 31 मार्च तक सब उपभोक्ताओं को डिजिटल कार्ड उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। इसके अतिरिक्त खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा डिपुओं में लोगों की मांग को देखते हुए सरसों के तेल को फिर से देना शुरू कर दिया जाएगा। साथ में दालों में भी विभिन्नता लाने की बात कही है। इस कदम से पड़ोसी राशन नहीं ले पाएगा तथा पात्र उपभोक्ता को ही राशन मिलेगा।


नगरोटा में खुलेगा आर्किटेक्चर विभाग
बाली ने कहा कि राजीव गांधी इंजीनियरिंग कालेज नगरोटा बगवां में जल्द ही आर्किटेक्चर का कोर्स शुरू किया जाएगा तथा प्रदेश में यह एन.आई.टी. के बाद दूसरा कालेज होगा, जिसमें इस विषय की पढ़ाई शुरू होगी। उन्होंने कहा कि इसी सत्र में इस विषय की एडमिशन शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए कैबिनेट ने 40 सीटों की मंजूरी प्रदान कर दी है।


हिमाचल बना मॉडल बस डिमांड करने वाला पहला राज्य
बाली ने कहा कि इलैक्ट्रिक मॉडल बसों की डिमांड करने वाला हिमाचल प्रदेश प्रथम रा’य बन गया है तथा डिमांड करने के चलते समय रहते इलैक्ट्रिकल बसें प्रदेश को मिल जाएंगी। उन्होंने कहा कि पहले स्तर पर हमें 25 बसें मिल जाएंगी तथा बाकी बसों को भी इसके बाद दे दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बसें पर्यावरण हितैषी हैं तथा एन.जी.टी. द्वारा बताए गए नियमों के अनुरूप हैं तथा इन बसों को रोहतांग पास के लिए प्रयोग में लाया जा सकेगा। इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा कि 200 छोटी बसें हिमाचल पथ परिवहन निगम के बेड़े में शामिल होंगी ताकि बेहतर सेवा ग्रामीण क्षेत्रों में दी जा सके। उन्होंने कहा कि पहले एच.आर.टी.सी. के बेड़े में 1600 बसें थीं, अब इनकी संख्या 3000 हो गई है। उन्होंने कहा कि एक नई बस मैक्लोडगंज से ऋषिकेश के लिए शुरू की जाएगी ताकि 2 धार्मिक स्थलों को आपस में जोड़ा जा सके। गर्मियों के सीजन में यह बस सेवा शुरू होगी।