हिमाचल में GST लागू होने के चलते 6 माह से बंद हैं कराधान विभाग के इंटर स्टेट नाके

Wednesday, Jun 06, 2018 - 10:16 AM (IST)

नाहन: हिमाचल प्रदेश में जी.एस.टी. को लागू हुए करीब 6 महीने बीत चुके हैं। इसी कड़ी में राज्य के आबकारी एवं कराधान विभाग के इंटर स्टेट नाकों पर कामकाज भी 6 माह से बंद है। इसके बावजूद राज्य के 37 नाकों पर 100 से ज्यादा अफसरों व कर्मचारियों का स्टाफ डटा है। हैरानी की बात यह है कि विभाग के राजधानी में बैठे आलाफसर नाकों पर तैनात स्टाफ को विभाग में समायोजित नहीं कर सका है। नाकों पर ई.टी.ओ., ई.आई व अन्य स्टाफ तैनात है। बैरियर बंद होने के बाद जी.एस.टी. से संबंधित कोई भी कार्य यहां नहीं हो रहा है, वहीं राज्य में इसकी उगाही में गिरावट दर्ज की जा रही है। इसके बावजूद भी विभाग ने नाकों पर तैनात स्टाफ को हटाकर जांच के लिए फील्ड में नहीं उतारा। आबकारी क्षेत्र में तो सरकार 31 मार्च को नीलामी का टारगेट तय कर देती है। फिलहाल 1500 करोड़ आबकारी क्षेत्र से उगाहया जाना है जबकि कराधान में कोई तय टारगेट नहीं होता। 


स्टाफ को समायोजित करने की कवायद
नाकों पर तैनात स्टाफ को समायोजित करने के नाम पर विभाग के आलाधिकारी 6 माह से माथापच्ची कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकला। जिन कर्मचारियों को अलग विंग में शामिल किया जा सकता। जैसे कराधान अलग और आबकारी विंग अलग लेकिन इसकी कोई अधिकारी स्तर पर पुष्टि नहीं हो रही है। 


उड़न दस्ते बनाए जाने का प्रावधान था
विभाग के अनुसार जी.एस.टी. लागू होने के साथ केंद्र सरकार ने इंटर स्टेट नाकों को बंद करने के आदेश दिए थे। लेकिन इसके साथ साथ जी.एस.टी. में यह भी प्रावधान किया था कि नाकों पर तैनात स्टाफ को जिला स्तर पर उड़न दस्तों में तैनात करके उन्हें फील्ड में उतारा जा सकेगा, जिससे टैक्स चोर व्यापारियों पर शिकंजा कसा जा सके। जानकारी के अनुसार आज आलम यह है कि इंटर स्टेट नाकों पर आबकारी एवं कराधान विभाग के बैरियर बंद है। जांच और चौकसी नहीं हो रही है। जिसका फायदा टैक्स चुराकर धंधा करने वाले व्यापारी धड़ल्ले से उठा रहे हैं। 
 

Ekta