Himachal: राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित महान शास्त्रीय संगीतकार और लोक कलाकार का निधन
punjabkesari.in Monday, Jan 13, 2025 - 05:37 PM (IST)
हिमाचल डेस्क। हिमाचल प्रदेश के सांस्कृतिक और संगीत जगत में एक विशिष्ट स्थान रखने वाले प्रोफेसर नंद लाल गर्ग का 92 वर्ष की आयु में शिमला में निधन हो गया। वह न केवल एक महान शास्त्रीय संगीतकार और लोक कलाकार थे, बल्कि एक प्रसिद्ध लेखक और सांस्कृतिक संरक्षक भी थे। उनके निधन से पूरे राज्य और सांस्कृतिक समुदाय में शोक की लहर है।
प्रोफेसर गर्ग का जीवन हिमाचली संगीत, कला, और संस्कृति को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए समर्पित था। वह शिमला के प्रसिद्ध 'धामी घराना' के वंशज थे, जिसकी परंपराओं का गहरा प्रभाव उनकी संगीत साधना पर पड़ा। उन्होंने हिमाचली लोकगीतों, वाद्य यंत्रों और शास्त्रीय संगीत को बढ़ावा देने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सम्मान और पुरस्कार
प्रोफेसर गर्ग को 2023 में संगीत नाटक अकादमी द्वारा राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह प्रतिष्ठित पुरस्कार उनके जीवनभर के योगदान का प्रतीक है। वह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पहले संगीत अन्वेषकों में से एक थे और उन्होंने यहाँ अनेकों छात्रों को संगीत शिक्षा प्रदान की। उनके मार्गदर्शन में अनेक युवा कलाकार अपनी पहचान बनाने में सफल हुए।
प्रोफेसर गर्ग एक कुशल लेखक भी थे। उन्होंने हिमाचल प्रदेश की संगीत परंपराओं, वाद्य यंत्रों और सांस्कृतिक धरोहर पर कई पुस्तकें लिखीं, जिन्हें देशभर में सराहा गया। उनकी कई डॉक्यूमेंटरी में हिमाचली संस्कृति को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। ये डॉक्यूमेंटरी आज भी प्रदेश की सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न हिस्सा हैं।
सांस्कृतिक मंच पर योगदान
ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन शिमला के पायनियर कलाकार के रूप में प्रोफेसर गर्ग ने क्षेत्रीय सांस्कृतिक कार्यक्रमों को राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया। इसके अलावा, वह कई सांस्कृतिक समितियों और संस्थानों के सदस्य रहे, जहाँ उन्होंने सांस्कृतिक नीतियों के निर्माण में योगदान दिया। उनके प्रयासों ने हिमाचल प्रदेश की लोक परंपराओं को राष्ट्रीय पहचान दिलाई।