पावर प्रोजैक्टों से हिमाचल को मिलेगा दोहरा लाभ

Thursday, May 17, 2018 - 11:40 AM (IST)

शिमला : हिमाचल प्रदेश के पावर प्रोजैक्ट अब राज्य को दोहरा मुनाफा देंगे। इसके तहत जिस प्रोजैक्ट में पानी से बिजली पैदा होगी, उसी प्रोजैक्ट से अब सोलर से भी बिजली का उत्पादन होगा। राष्ट्रीय महत्व के श्री रेणुका जी प्रोजैक्ट से इस तरह की शुरूआत की जा रही है। इस प्रोजैक्ट से पहले पानी से 40 मैगावाट बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था। अब इसी प्रोजैक्ट से सोलर के माध्यम से 400 मैगावाट बिजली का उत्पादन होगा। श्री रेणुका जी राष्ट्रीय महत्व का प्रोजैक्ट घोषित किया जा चुका है, जिससे दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और हरियाणा को पानी उपलब्ध होगा। इसका निर्माण करने के लिए करीब 2,917 व्यक्तियों से 4491.08 बीघा भूमि का अधिग्रहण किए जाने की सूचना है।

191 मैगावाट के थाना पलोन प्रोजैक्ट का निर्माण भी किया 
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में यमुना नदी पर बनने वाले इस प्रोजैक्ट के लिए वर्ष 1994 में एम.ओ.यू. हो चुका है, लेकिन केंद्र सरकार सहित इससे लाभान्वित होने वाले राज्य इस पर अपना अधिक ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश पावर कार्पाेरेशन की तरफ से 191 मैगावाट के थाना पलोन प्रोजैक्ट का निर्माण भी किया जाना प्रस्तावित है।  पावर कार्पोरेशन की तरफ से श्री नयना देवी जी के नजदीक 5 मैगावाट का सोलर प्रोजैक्ट का काम अंतिम चरण में पहुंच गया है। इस प्रोजैक्ट के अगस्त माह में कमीशन यानि बनकर पूरा होने की संभावना है।

400 मैगावाट विद्युत दोहन की संभावनाओं को तलाशा जा रहा
इसके अलावा 111 मैगावाट के सावड़ा-कुड्डू प्रोजैक्ट के आगामी फरवरी माह तक पूरा होने की संभावना है। ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा का कहना है कि प्रदेश सरकार एक पावर प्रोजैक्ट से दोहरा लाभ लेने के विकल्पों पर विचार कर रही है। राष्ट्रीय महत्व के श्री रेणुका जी प्रोजैक्ट में पानी से 40 मैगावाट बिजली पैदा करने के अलावा सोलर से 400 मैगावाट विद्युत दोहन की संभावनाओं को तलाशा जा रहा है।

kirti