हिमाचल की बेटी नैंसी ने किया कमाल, हरियाणा क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों की तोड़ी कमर

Monday, Dec 25, 2017 - 03:20 PM (IST)

अम्ब: चंबा जिला की महिला क्रिकेट की खिलाड़ी नैंसी शर्मा ने प्रदेश का नाम रोशन किया है। रविवार को फिरोजशाह कोटला क्रिकेट स्टेडियम में हरियाणा के साथ हुए मैच में हिमाचल प्रदेश अंडर-16 महिला क्रिकेट की खिलाड़ी नैंसी ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 10 ओवर में केवल 21 रन देकर 7 विकेट झटक कर हरियाणा क्रिकेट टीम के बल्लेबाजों की कमर तोड़ दी। उसने हिमाचल को शानदार जीत दर्ज करवाने में अपना अहम योगदान दिया है। अम्ब में अपने माता-पिता एवं परिवार के साथ रह रही नैंसी का गेंदबाजी में दमदार प्रदर्शन जारी है। 


जानकारी के मुताबिक पहले हिमाचल टीम ने बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में हरियाणा के सामने 208 रन का लक्ष्य रखा, जिसका पीछा करते हुए हरियाणा की टीम 124 रन पर ही सिमट गई। दिल्ली के फिरोजशाह कोटला क्रिकेट स्टेडियम में चल रही नॉर्थ जोन हिमाचल, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जे.एंड के. की अंडर-16 महिला क्रिकेट प्रतियोगिता में नैंसी ने पिछले दिनों दिल्ली व हिमाचल प्रदेश में हुए मैच में 4 विकेट लेकर मैच को ड्रा करवाने में विशेष भूमिका अदा की थी। अब हिमाचल प्रदेश का अगला मैच 27 दिसम्बर को पंजाब के साथ होगा। 


नैंसी के पिता आशीष शर्मा अम्ब में वैटर्नरी फार्मासिस्ट व माता निम्मो देवी गृहिणी हैं, वे अपनी बेटी की कामयाबी पर फूले नहीं समा रहे हैं। वर्तमान में वह दयानंद मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल धर्मशाला में 10वीं की छात्रा है। उन्होंने कहा कि जिला ऊना ने उनके परिवार को बहुत कुछ दिया है। यदि वह चम्बा में होते तो वहां की भौगोलिक परिस्थितियों में शायद उनकी बेटी इस मुकाम पर नहीं पहुंच पाती। आज हिमाचल की अंडर-16 महिला क्रिकेट टीम में नैंसी ऊना व चम्बा जिला से केवल एकमात्र खिलाड़ी है।


मूलरूप से छतराड़ी (चम्बा) की रहने वाली है नैंसी
नैंसी के पिता ने अम्ब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि वह मूलरूप से छतराड़ी (चम्बा) के रहने वाले हैं। बेटी की प्रारंभिक शिक्षा अम्ब के विभिन्न स्कूलों में हुई। नैंसी की क्रिकेट में लगन को देखते हुए उन्होंने उसका प्रवेश एच.पी.सी.ए. ऊना में करवाया, जहां से उसने क्रिकेट की बारीकियां सीखीं। इस दौरान जब वह डी.ए.वी. स्कूल अम्बोटा में 10वीं में पढ़ रही थी तो नैंसी ने हिमाचल टीम के लिए शिमला में ट्रायल दिया और उसका चयन हो गया। उन्होंने कहा कि उनकी खुद खेलों में रुचि होने के चलते पहले अपने बड़े बेटे कर्ण शर्मा का एच.पी.सी.ए. में इंटरव्यू व टैस्ट दिलवाया, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ, जबकि बेटी का अपनी मेहनत व लगन से अप्रैल, 2017 में एच.पी.सी.ए. की हिमाचल टीम में चयन हो गया।